How to Use Gond Katira in Summer : गर्मियों में शरीर को अंदर से ठंडा रखने और डिहाइड्रेशन से बचने के लिए गोंद कतीरा एक बेहतरीन पारंपरिक औषधि है। आहार विशेषज्ञ सुरभि पारिक के अनुसार, इसके कूलिंग और हाइड्रेटिंग गुणों के कारण इसे अप्रैल से जुलाई तक नियमित रूप से लेना चाहिए।
Benefits of Gond Katira : गर्मियों में शरीर को अंदर से ठंडक देने और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं से बचाने के लिए पारंपरिक औषधियां कारगर हैं। इसमें शामिल है गोंद कतीरा, जो अपने कूलिंग इफेक्ट, हाइड्रेटिंग गुणों और कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। आहार विशेषज्ञ सुरभि पारिक ने बताया अप्रेल से जुलाई तक इसे नियमित लेना चाहिए।
इसकी ठंडी तासीर गर्मियों में अत्यधिक लाभकारी मानी जाती है। हीट स्ट्रॉक एवं तलवों में जलन की समस्या को दूर करने में असरदार है।
यह एनर्जी लेवल को बनाए रखता है और डिहाइड्रेशन से बचाता है। नकसीर की समस्या भी दूर होगी।
Health Benefits Of Gond Katira: खाएं गोंद कतीरा, मिलेंगे ये फायदे
कब्ज और ब्लोटिंग जैसी समस्याओं से राहत देता है। पाचनतंत्र को स्वस्थ रखता है।
यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। त्वचा एवं बालों के लिए अच्छा होता है। मधुमेह एवं बीपी समस्या में फायदेमंद है।
इसके एंटी-एजिंग गुण त्वचा को लंबे समय तक जवान बनाए रखने में मदद करते हैं। यह त्वचा को हाइड्रेट रखता है, पिंपल्स, रैशेज और दानों जैसी समस्याओं से बचाता है, और त्वचा में चमक लाता है। बालों के लिए भी यह लाभदायक है।
इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे खनिज होते हैं, जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं में राहत दे सकते हैं।
यह शारीरिक कमजोरी को दूर कर तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। इसे दूध या शेक में मिलाकर पीने से ताकत बढ़ती है।
गोंद कतीरा में कैलोरी कम होती है और यह पेट को देर तक भरा रखता है, जिससे भूख कम लगती है और वजन नियंत्रण में मदद मिल सकती है।
यह मासिक धर्म में होने वाली अनियमितता और गर्मी से संबंधित हार्मोनल असंतुलन को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकता है।
रात को 4-5 टुकड़े पानी में भिगो दें, सुबह ये फूलकर एक गिलास भर देंगे। इसे ठंडे दूध, ठंडाई, शरबत या नींबू पानी, आमपना, नारियल पानी, फलों के रस या छाछ-लस्सी में मिलाकर ले सकते हैं।
ध्यान देने योग्य बातें
सुरभि पारिक ने बताया आइबीएस से पीड़ित व्यक्ति और छोटे बच्चों को न दें। प्रेग्नेंसी में डॉक्टर की सलाह से ही लें। नई मां इसे डाइट में शामिल कर सकती है।