Daily Habits Good For Kidney: किडनी के लिए लोग यह तो जानते हैं कि क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, लेकिन कई बार छोटी-छोटी बातों पर ध्यान नहीं देते जो कि किडनी की सेहत के लिए जरूरी होती हैं। तो आइए जानते हैं किडनी को हेल्दी रखने की कुछ जरूरी आदतों के बारे में। (Healthy Kidney)
Daily Habits Good For Kidney: किडनी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो खून को साफ करने और विषैले तत्वों (Toxins) को शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है। किडनी की खराबी से कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं, जैसे किडनी फेल्योर, डायलिसिस आदि। इसलिए किडनी को स्वस्थ रखना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि किडनी को स्वस्थ रखने के लिए कौन-सी 6 हेल्दी आदतें अपनाई जा सकती हैं।
पानी पीना किडनी के लिए सबसे जरूरी चीजों में से एक है। यह शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने और खून को शुद्ध करने में मदद करता है। रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी (करीब 8–10 गिलास) पीने से किडनी की कार्यक्षमता बेहतर होती है। सुबह-सुबह गुनगुने पानी से दिन की शुरुआत करना शरीर और किडनी दोनों के लिए फायदेमंद होता है।
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार बेहद जरूरी है। ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन जैसे आहार को अपने भोजन में शामिल करें। अधिक तेल, मसाले और प्रोसेस्ड फूड से बचें, क्योंकि ये किडनी पर दबाव डाल सकते हैं।
रोजाना हल्का-फुल्का व्यायाम जैसे चलना, योग या स्ट्रेचिंग करना किडनी की कार्यक्षमता को बनाए रखने में मदद करता है। यह रक्त प्रवाह को सुधारता है और शरीर में जमा होने वाले टॉक्सिन को कम करता है।
धूम्रपान और शराब किडनी की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे किडनी की कार्यक्षमता घटती है। इन आदतों से दूरी बनाना न केवल किडनी बल्कि पूरे शरीर के लिए लाभदायक होता है।
ज्यादा तनाव से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। योग, ध्यान और गहरी सांस लेने की तकनीकों के जरिए तनाव को कम किया जा सकता है, जिससे किडनी पर अनावश्यक दबाव नहीं पड़ता।
शरीर में नमक का संतुलन बनाए रखने का काम किडनी करती है। जब हम जरूरत से ज्यादा नमक खाते हैं, तो किडनी को उसे शरीर से बाहर निकालने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इसलिए ज्यादा नमक से बचना जरूरी है, ताकि किडनी आसानी से अपना काम कर सके।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।