Salt Causes Cancer : नमक से कैंसर को लेकर वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड (WCRF) ने जानकारी दी थी। ऐसे में नमक सेवन को लेकर सावधान होने की जरूरत है।
Salt Causes Cancer: नमक से कैंसर वाली खबर को पढ़कर आपको लग रहा होगा कि हर दिन खाया जाने वाला नमक भी इतना खतरनाक साबित हो सकता है। जबकि, नमक तो हमारे लिए बेहद जरूरी है। मगर, ये चेतावनी उन लोगों के लिए है जो अत्याधिक नमक का सेवन करते हैं। हां, अगर आप अधिक नमक खाने की लत से परेशान हैं तो आपको अब सावधान होने की आवश्यकता है।
नमक से कैंसर को लेकर वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड (WCRF) ने जानकारी काफी पहले दी थी। संस्था ने बताया था कि अधिक नमक खाने से पेट का कैंसर (Stomach Cancer) होने के चांसेज करीब 40 प्रतिशत तक बढ़ जाते हैं। अब अगर ये बात शोध में सामने आ चुकी है तो आपको सावधान होने की जरूरी है। इसलिए आपको ये समझना होगा कि एक व्यक्ति को कितना नमक खाना चाहिए और कैसे कैंसर होने से खुद को बचाने की कोशिश की जा सकती है।
साल 2019 में The Lancet में छपी एक शोध रिपोर्ट में भी अधिक नमक के सेवन से पेट के कैंसर से खतरा होने की बात का जिक्र किया गया था।
वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड के अनुसार, लोग प्रतिदिन 8.6 ग्राम नमक खाते हैं। इस हिसाब से ये दर्शाता है कि लोग अधिक नमक का सेवन कर रहे हैं। यही कारण है कि पेट के कैंसर या कैंसर जैसे मामले अधिक दिख रहे हैं। संस्था का ये भी मानना है कि अगर लो सीमित मात्रा में नमक का सेवन करें तो कैंसर के 14 प्रतिशत यानी लगभग 800 मामले कम हो सकते हैं। इससे कैंसर की संख्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
ऐसे में ये सवाल उठता है कि हर दिन एक व्यक्ति को कितना नमक खाना चाहिए। भोजन में प्रतिदिन छह ग्राम नमक स्वास्थ्य के लिए सही होता है। अगर आप इस हिसाब से भोजन में नमक खाते हैं तो पेट के कैंसर का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है।
भोजन में नमक का कम सेवन करें।
नमक को अलग से डालकर खाने की आदत बंद करें।
फास्ट फूड आदि में नमक अधिक होता है, वो सब कम खाएं या बंद कर दें।
सोडियम वाले फूड का सेवन भी करना चाहिए।
नमक में तैयार खाद्य पदार्थों को कम करें।
कच्ची सब्जियां (सलाद), फल आदि का अधिक सेवन करें।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।