Navratri Vrat 2024: नवरात्रि का व्रत एक आध्यात्मिक और शारीरिक सफाई का समय होता है। इस दौरान फलाहार के विकल्पों को सही तरीके से अपनाकर आप न केवल धार्मिक अनुष्ठान को पूरी श्रद्धा से निभा सकते हैं, बल्कि शरीर को भी स्वस्थ रख सकते हैं। ध्यान रखें कि नवरात्रि के दिनों में संयमित और पौष्टिक आहार आपके व्रत को सफल और सकारात्मक बनाएगा।
Navratri Vrat 2024 : नवरात्रि एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है, जिसे हर साल आश्वयुज मास की प्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है। इस वर्ष नवरात्रि 2024 की शुरुआत 3 अक्टूबर से होगी और यह 12 अक्टूबर तक चलेगी। यह नौ दिनों का पर्व देवी दुर्गा की पूजा और उपासना के लिए समर्पित होता है, जिसमें भक्त विशेष व्रत और उपवास रखते हैं। इस दौरान फलाहार (फल और अन्य हल्के भोजन) को प्रमुखता दी जाती है। आइए जानते हैं कि नवरात्रि के इन 9 दिनों में फलाहार में क्या खा सकते हैं और क्या नहीं, साथ ही इस दौरान आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
इस दिन को मां शैलपुत्री की पूजा के लिए समर्पित किया जाता है। इस दिन आप साबूदाना खिचड़ी, कुट्टू का आटा, और सिंघाड़े के आटे से बनी रोटियां खा सकते हैं। इसके अलावा, ताजे फल और फल का जूस भी लिया जा सकता है।
इस दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। फलाहार में आप आलू के चिप्स, व्रत के नमकीन, और मखाने का सेवन कर सकते हैं। फलों में से सेब, केला, और पपीता अच्छे विकल्प हो सकते हैं।
इसे भी पढ़ें-Lipstick Shades: ये हैं 9 ट्रेंडी लिपस्टिक शेड्स, जो आपके Festive Look के लिए हैं परफेक्ट
मां चंद्रघंटा की पूजा के दिन आप फलाहार में सादा दही, फल की चाट, और कुट्टू की रोटी खा सकते हैं। इसके साथ साबूदाना की खीर भी एक अच्छा विकल्प है।
मां चंद्रघंटा की पूजा के दिन आप फलाहार में सादा दही, फल की चाट, और कुट्टू की रोटी खा सकते हैं। इसके साथ साबूदाना की खीर भी एक अच्छा विकल्प है।मां कूष्मांडा की पूजा का दिन है। इस दिन आप सिंघाड़े के आटे की पकोड़ी, और कुट्टू के आटे से बनी मिठाई जैसे कि हलवा या पूड़ी खा सकते हैं। ताजे फलों के साथ नारियल का पानी भी लाभकारी हो सकता है।
मां स्कंदमाता की पूजा के दिन आप व्रत के लिए उपयुक्त हल्का भोजन जैसे कि मखाने की खीर, आलू की सब्जी, और ताजे फलों का सेवन कर सकते हैं। इस दिन नट्स और सूखे मेवे भी खा सकते हैं।
मां कात्यायनी की पूजा के दिन आप साबूदाना वड़ा, कुट्टू की चटनी, और फलाहार के लिए कुट्टू के आटे की चपाती का सेवन कर सकते हैं। इसमें ताजे फलों का रस भी शामिल कर सकते हैं।
मां कालरात्रि की पूजा के दिन आप फलाहार में पके हुए आलू, साबूदाना खिचड़ी, और मखाने की चिवड़ा का सेवन कर सकते हैं। इसमें ताजे फलों की चाट और नारियल की बर्फी भी शामिल हो सकती है।
मां महागौरी की पूजा के दिन आप व्रत के नियमों के अनुसार साबूदाना की खीर, कुट्टू की पकोड़ी, और फलों का जूस खा सकते हैं। इसके अलावा, फलाहार में अंकुरित दालें भी शामिल कर सकते हैं।
मां सिद्धिदात्री की पूजा के दिन आपको व्रत के नियमों के अनुसार विशेष ध्यान देना चाहिए। इस दिन फलाहार में आप उपवास के लिए कुट्टू की खीर, आलू की सब्जी, और मखाने की मिठाई का सेवन कर सकते हैं।
सामान्य अनाज: चावल, गेहूं, जौ, और अन्य अनाजों का सेवन न करें
प्याज और लहसुन: ये दोनों नवरात्रि के दौरान वर्जित होते हैं
मांस और मछली: नवरात्रि के व्रत के दौरान इनका सेवन पूर्ण रूप से वर्जित है
एल्कोहल: शराब या अन्य मादक पदार्थों (Other drugs) का सेवन न करें
तले हुए और मसालेदार खाद्य पदार्थ: अत्यधिक तले हुए और मसालेदार खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए
पानी का सेवन: व्रत के दौरान शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए पर्याप्त पानी पीना न भूलें
स्वच्छता: खाद्य पदार्थों की तैयारी और सेवन के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें
संतुलित आहार: फलाहार में उचित मात्रा में पोषण लेना महत्वपूर्ण है। सिर्फ फलों पर निर्भर न रहें, अन्य विकल्पों का भी सेवन करें