PM Modi: प्रधानमंत्री का ओमान में बेहद ही भव्य स्वागत किया गया। हालांकि इस भव्य स्वागत के बीच सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा चर्चा प्रधानमंत्री मोदी के बाएं कान में पहने गए एक छोटे, चमकदार ईयरपीस को लेकर हुई।इसे देखकर लोगों के मन में सवाल उठने लगे कि यह आखिर क्या है। आइए जानते हैं…
PM Modi Ear Device Oman:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओमान यात्रा की तस्वीरें इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। 18 दिसंबर 2025 को ओमान पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। इसी दौरान आयोजित पारंपरिक कार्यक्रमों के बीच एक चीज ने सबका ध्यान खींचा वो है पीएम मोदी के बाएं कान में दिख रहा छोटा सा डिवाइस। तस्वीर के सामने आते ही लोगों के मन में सवाल उठने लगे कि आखिर प्रधानमंत्री ने कान में क्या पहना है और इसका इस्तेमाल किस लिए किया जाता है। सोशल मीडिया पर इसे लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं, ऐसे में जानना दिलचस्प हो जाता है कि यह मशीन क्या है और इसका असली मकसद क्या है।
भाषिणी (Bhashini) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका मकसद देश की भाषाई विविधता को डिजिटल रूप से जोड़ना है। यह टूल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) की मदद से अलग-अलग भाषाओं के बीच रियल-टाइम अनुवाद की सुविधा देता है। आसान शब्दों में कहें तो, यह अलग भाषा बोलने वालों के बीच संवाद को सहज बनाता है।
भाषिणी(Bhashini) एक ओपन प्लेटफॉर्म पर आधारित है, जहां लोग खुद भी योगदान दे सकते हैं। इसकी वेबसाइट के जरिए कोई भी व्यक्ति अपनी भाषा से जुड़ा डेटा साझा कर सकता है, जिससे सिस्टम और बेहतर होता जाता है। इसमें चार तरह की भागीदारी होती है।इन प्रयासों से भारतीय भाषाओं का एक समृद्ध डिजिटल भंडार तैयार किया जा रहा है।
देश के अहम मुद्दों में व्यस्त रहने के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी अपने पहनावे को लेकर हमेशा खास ध्यान देते आए हैं। उनके सधे हुए सूट, बेहतरीन कटिंग और आधिकारिक कार्यक्रमों में पहने गए चटख रंग अक्सर सुर्खियों में रहते हैं।
ओमान दौरे पर PM मोदी ने दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर हस्ताक्षर किए। इससे भारत के करीब 98% निर्यात को ओमान में ड्यूटी-फ्री पहुंच मिलेगी। वहीं, भारत-ओमान से आने वाले उत्पादों जैसे खजूर और मार्बल पर शुल्क में राहत देगा।इसके अलावा, ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक ने PM मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ ओमान’ से नवाजा। इसे भारत-ओमान संबंधों में उनके असाधारण योगदान के रूप में देखा जा रहा है। PM मोदी ने इसे दोनों देशों के लोगों के बीच “स्नेह और विश्वास का प्रतीक” बताया।