Single Papa Qualities: नेटफ्लिक्स पर कुणाल खेमू की वेब सीरीज "सिंगल पापा" रिलीज हुई है। इसी वजह से एक बार फिर सिंगल मदर की तरह सिंगल फादर्स पर बात हो रही है। हालांकि, सिंगल पापा बनना आसान नहीं होता। इसके लिए खास क्वालिटीज की जरूरत होती है। तो आइए जानें सिंगल पापा की ये 5 खास क्वालिटीज।
Single Papa Qualities: नेटफ्लिक्स पर कुणाल खेमू की वेब सीरीज "सिंगल पापा" रिलीज हुई है। इसकी कहानी सिंगल फादर पर है। इसमें इस बात पर भी जोर दिया गया है कि सिंगल मदर की अक्सर बातें होती हैं, लेकिन हम सिंगल फादर को भूल जाते हैं। इनकी भी एक अपनी स्ट्रगल की कहानी होती है, जो शायद ही कोई समझ पाता है। क्योंकि आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सिंगल फादर बनना कोई आसान काम नहीं है। एक तरफ ऑफिस का प्रेशर, दूसरी तरफ बच्चों की जिम्मेदारी… ये दोनों संभालना किसी जंग से कम नहीं है। लेकिन जो पिता ये सब अकेले मैनेज करते हैं। उनमें कुछ खास क्वालिटीज होती हैं। जो उन्हें सुपरहीरो बना देती हैं और अपने बच्चों के लिए दुनिया से लड़ने में हेल्प करती हैं।
सिंगल फादर टाइम मैनेजमेंट में बेहद अच्छे माने जाते हैं। सुबह बच्चों को तैयार करना, नाश्ता बनाना, स्कूल छोड़ना और फिर खुद ऑफिस पहुंचना हो। वे ये सब पहले से प्लान कर के करते हैं। शाम को वापस घर आते वक्त बाजार से सब्जी लाना, बच्चे का होमवर्क करवाना से लेकर खाना बनाने तक की हर चीज एक टाइमटेबल के हिसाब से होता है। वो मानते हैं कि एक मिनट की देरी भी पूरे शेड्यूल को बिगाड़ सकती है।
ये सिंगल पापा एक साथ कई काम कर सकते हैं। ऑफिस की मीटिंग अटेंड करते हुए बच्चे की पढ़ाई के लिए टीचर को मैसेज भेज सकते हैं। खाना बनाते-बनाते बच्चों का होमवर्क भी चेक करते हैं। उनकी ये स्किल उन्हें काम और घर दोनों ही जगह एफिशिएंट बनाती है।
सिंगल फादर में बहुत स्ट्रोंग इमोशनल स्ट्रेंथ (Emotional Strength) होती है। वो अपने बच्चों के सामने कभी टूटते नहीं, बल्कि उनके लिए पत्थर की तरह मजबूत बनकर खड़े रहते हैं। अपनी परेशानियों को छुपाकर बच्चों को खुश रखते हैं। वे हमेशा इसी कोशिश में होते हैं कि बच्चों को उनकी मां की कमी महसूस न हो।
बच्चों की हर छोटी-बड़ी बातों को सुनना, उनकी जिद्द को समझना, और फिर प्यार से समझाना, इन सब के लिए बहुत सब्र की जरूरत होती है। सिंगल फादर धीरे-धीरे ये सीख जाते हैं कि गुस्सा करने से बेहतर है प्यार से बात करना।
किसी की भी जिंदगी हमेशा प्लान के हिसाब से नहीं चलती , सोचते कुछ हैं और होता कुछ है। जैसे कभी बच्चा बीमार पड़ गया या फिर कभी ऑफिस में इमरजेंसी आ गई। सिंगल फादर हर सिचुएशन में एडजस्ट करना जानते हैं और सॉल्यूशन निकाल लेते हैं।
हर सिंगल पापा में ये सारे गुण हों, ऐसा जरूरी नहीं है। पर, ये सारे गुण एक अच्छे सिंगल फादर में होने चाहिए। तब जाकर आप बतौर सिंगल पापा अपने बच्चे की परवरिश कर पाएंगे।