प्रतापगढ़ की कुंडा रियासत के राजा, रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। राजा भैया के बारे में कहा जाता है कि वह सिर्फ प्रतापगढ़ ही नहीं बल्कि आस-पास की सीटों पर भी खास असर डालते हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) का समर्थन कर दो सीटों पर जीत सुनिश्चित की।
राजा भैया ने एक लंबी दूरी के बाद सपा के करीब आने का फैसला किया, जिसने कई लोगों को हैरान कर दिया। उन्होंने पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की थी और राज्यसभा चुनावों में भाजपा का समर्थन किया था। लेकिन लोकसभा चुनावों के दौरान आखिरी समय में राजा भैया ने अखिलेश यादव को समर्थन करने का संकेत दिया और भाजपा को झटका दे दिया। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या राजा भैया फिर से अखिलेश यादव की पार्टी सपा की तरफ जा चुके हैं? क्या पहले की तरह वह सपा के साथ ही रहेंगे और विधानसभा चुनाव 2027 में भी सपा का साथ देंगे?
एक प्राइवेट कार्यक्रम में घोसी लोकसभा सीट से कांग्रेस के नवनिर्वाचित सांसद राजीव राय ने इस मुद्दे पर खुलकर बात नहीं की। हालांकि, उन्होंने इतना जरूर कहा कि जिसने भी हमारी मदद की है, उन सभी का धन्यवाद।
यूपी तक ने सपा प्रवक्ता मनोज काका से इन सवालों का जवाब जानना चाहा तो उन्होंने सपा और राजा भैया के बीच करीबी के संकेत दिए। उन्होंने कहा, "राजा भैया अच्छी भाषा बोलते हैं। ऐसे में हर आदमी जो समाजवादी पार्टी के विचार को, उसके सोच को, सिद्धांत को मानता है, उन सभी का समाजवादी पार्टी स्वागत करती है।"
राजा भैया का सपा के प्रति समर्थन और 2027 के विधानसभा चुनावों में उनका रुख अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन सपा और राजा भैया के बीच बढ़ती करीबी संकेत देती है कि आगामी चुनावों में कुछ नया देखने को मिल सकता है।
राजा भैया ने लोकसभा चुनाव 2024 में सपा का समर्थन किया।
राज्यसभा चुनावों में उन्होंने भाजपा का समर्थन किया था।
सपा प्रवक्ता ने राजा भैया की सपा के प्रति सकारात्मकता के संकेत दिए।
2027 विधानसभा चुनावों में राजा भैया का रुख अभी स्पष्ट नहीं।