Aadhaar Verification 2025 : लखनऊ में भवन नक्शा पास कराने की प्रक्रिया अब और पारदर्शी हो गई है। राज्य सरकार ने ‘फास्ट पास’ सॉफ्टवेयर लागू करते हुए आधार आधारित ई-केवाईसी अनिवार्य कर दी है। यह कदम भ्रष्टाचार, फर्जीवाड़ा और देरी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से उठाया गया है। प्रमुख सचिव आवास ने दिए निर्देश।
Aadhaar Verification Map Pass Process: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अब भवन निर्माण के लिए नक्शा पास कराना और भी अधिक पारदर्शी और तकनीकी रूप से सक्षम बना दिया गया है। प्रमुख सचिव आवास पी. गुरु प्रसाद द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार अब नक्शा पास कराने से पहले आधार ई-केवाईसी (Aadhaar e-KYC) अनिवार्य कर दी गई है। इसके लिए 'फास्ट पास' (FAST PASS) सॉफ्टवेयर लागू किया गया है, जो पूरी प्रक्रिया को ऑटोमेटेड, सरल और भ्रष्टाचार-मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इस नए निर्देश के अनुसार, अब कोई भी भवन निर्माण योजना, चाहे वह आवासीय हो या व्यावसायिक, जब तक ई-केवाईसी के माध्यम से सत्यापित नहीं होगी, तब तक उसे स्वीकृति नहीं मिलेगी। यह कदम उन फर्जी आवेदनों और संपत्ति धोखाधड़ी मामलों पर रोक लगाने के उद्देश्य से उठाया गया है, जो लंबे समय से शहरी क्षेत्रों में चिंता का विषय रहे हैं।
फास्ट पास (Fast Approval System Through Technology - Public Access to Smart Services) सॉफ्टवेयर एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो आवंटी, आर्किटेक्ट और नगर निगम के बीच सम्पूर्ण प्रक्रिया को डिजिटल रूप में जोड़ता है। इसकी विशेषताएं हैं:
पी. गुरु प्रसाद ने सभी नगरीय निकायों को निर्देश दिए हैं कि हर आवंटी का आधार ई-केवाईसी अनिवार्य रूप से कराया जाए, जिन नक्शों की जांच हो चुकी है लेकिन मंजूरी नहीं मिली, उनमें भी सत्यापन कराना जरूरी। संबंधित नगर विकास विभाग के पोर्टल को फास्ट पास से जोड़ा जाए। नगर निगम कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाए .
केवल आवंटी ही नहीं, अब रजिस्टर्ड आर्किटेक्ट, प्लानर और निर्माण एजेंसियों को भी अपनी पहचान सत्यापित करानी होगी। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वे सक्षम और अधिकृत हैं।
यह पहल राज्य सरकार के डिजिटल इंडिया मिशन और ई-गवर्नेंस को मजबूती देने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। इससे लखनऊ के अलावा राज्य के अन्य शहरों में भी निर्माण कार्यों में अनुशासन और पारदर्शिता आएगी।
प्रदेश सरकार द्वारा नागरिकों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए विशेष अभियान भी चलाया जाएगा ताकि लोग इस नई प्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें और नक्शा पास कराने में किसी प्रकार की असुविधा न हो।