वृद्धावस्था पेंशन योजना: प्रदेश सरकार बजट में बहुआयामी विकास के लिए कई प्रकल्प कर रही है। प्रदेश के बुजुर्गों को बजट के माध्यम से बड़ी खुशी मिलने वाली है। आइए बताते हैं इस बार के बजट में बुजुर्गों के लिए क्या खास होने वाला है ?
वृद्धापेंशन योजना: उत्तर प्रदेश सरकार 60 साल से उपर के बुजुर्गों को हर तीसरे महीने 1 हजार रुपये वृद्धापेंशन के रुप में देती है। इस बार के बजट में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इस दायरे को बढ़ाने वाली है। इसमें 5 लाख अन्य बुजुर्गों को जोड़ने का प्लान है। योगी सरकार ने बजट का प्लान तैयार कर लिया है। आप भी वृद्धापेंशन स्कीम के लिए अप्लाई कर दें।
वर्त्तमान में सरकार 60 लाख बुजुर्गों को हर तीसरे महीने 1 हजार रुपये उनके खाते में भेजती है। प्रदेश में बुजुर्गों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार न सिर्फ इस स्कीम में और बुजुर्गों को जोड़ेगी बल्कि इसके दायरे को भी बढ़ाने की कवायद की जा रही है। अब योजना के लाभान्वितों की संख्या 70 लाख होने वाली है।
सरकार के समाज कल्याण विभाग को इस योजना के लिए 2024-25 के लिए 7377 करोड़ रुपये मिले थे। आने वाले बजट में 726.64 करोड़ रुपये अधिक की मांग की गई है। विभाग ने योगी सरकार से बजट में 8103 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा है। समाज कल्याण विभाग को अन्य योजनाओ के लिए 2024-25 में 1204 करोड़ रुआपये मिले थे। इस बार 1052 करोड़ रुपये अधिक की मांग की गई है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में इसे 1052 करोड़ रुपये बढ़ाया गया है। कुल 13056 करोड़ रुपये बजट में मांग की गई है।
समाज कल्याण विभाग ने छात्रवृत्ति योजना के लिए 1862 करोड़ रुपये, पारिवारिक लाभ योजना के लिए 500 करोड़ रुपये और अभ्युदय योजना के लिए 55 करोड़ रुपये की मांग की है।
उत्तर प्रदेश सरकार 60 साल से अधिक के बुजुर्गों को आर्थिक सहायता देने के लिए वृद्धापेंशन देती है। उम्र के कारण काम नहीं कर पाने वाले लोगों को ये सुविधा दी जा रही है। शहरी क्षेत्रों के लिए आय प्रमाण पत्र में आय सीमा 56,460 रुपये और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 46,080 रुपये होनी चाहिए।
आवेदन के लिए लाभार्थी के पास आय प्रमाण पत्र, बैंक खाता नंबर, आधार कार्ड, और एक पासपोर्ट साइज फोटो होना चाहिए। पत्र व्यक्ति विभाग के आधिकारिक वेबसाइट sspy-up.gov.in पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकता है और योजना लाभ उठा सकता है।