मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आस्था का पूरा सम्मान किया जाए, लेकिन नई परंपराओं को प्रोत्साहन नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि सड़क पर नमाज नहीं होगी और बकरीद पर प्रतिबंधित पशु कटे जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, बकरीद पर कुर्बानी के लिए स्थान का चिन्हांकन पहले से ही होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सुशासन का मंत्र देते हुए संवाद और समन्वय पर जोर दिया है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जनता का विश्वास जीतें और जनप्रतिनिधियों का मार्गदर्शन लें। परियोजनाओं के संबंध में जनप्रतिनिधियों से चर्चा करें। मुख्यमंत्री ने विशेष निर्देश दिए कि रोस्टरिंग के नाम पर पावर कट न हो, और गांव हो या नगर, निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
पर्व-त्योहारों के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ने कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने आस्था का पूरा सम्मान करने पर बल दिया, लेकिन नई परंपरा को प्रोत्साहित न करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सड़क पर नमाज अदा नहीं होगी और बकरीद पर प्रतिबंधित पशु काटे जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। कुर्बानी के लिए स्थान का चिन्हांकन पहले से ही होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सभी सरकारी और प्राइवेट वाहनों में प्रेशर हॉर्न अथवा हूटर के उपयोग पर रोक लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि CUG (Closed User Group) पर आने वाली हर कॉल का जवाब दें।
भ्रष्टाचार पर मुख्यमंत्री ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि अनैतिक लेन-देन की शिकायत मिली तो कार्रवाई तय है।
गंगा दशहरा से पहले नदी घाटों की साफ-सफाई कराने का निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिया है।
मुख्यमंत्री ने पर्व और त्योहारों को 'अवेयरनेस' का माध्यम बनाने की बात कही। उन्होंने जिला, रेंज, और ज़ोन स्तर पर जनता दर्शन कार्यक्रम तत्काल शुरू करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी कार्रवाई माफिया के खिलाफ है, गरीबों के खिलाफ नहीं। उन्होंने हर जिले की GDP और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि के नए माध्यम सृजित करने के निर्देश दिए।
21 जून को पूरे प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा, जिसमें प्रभार वाले जिलों में मंत्रिगण उपस्थित रहेंगे।