CM Yogi Bulldozer: यूपी की राजधानी में सीएम योगी का बुलडोजर एक्शन जारी है। अब तीन कॉलोनियां और चिह्नित की गई हैं। यहां जल्द ही बुलडोजर से अवैध मकान ध्वस्त कराए जाएंगे। इसके चलते यहां जमीनों के रेट काफी नीचे गिर गए हैं।
CM Yogi Bulldozer: उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर एक्शन लगातार जारी है। राजधानी लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार अवैध कॉलोनियां लगातार चिह्नित की जा रही हैं। इसी कड़ी में एलडीए ने तीन कॉलोनियों को चिह्नित किया है। इनका सर्वे कराया जा रहा है। इसके बाद यहां कभी भी बुलडोजर से अवैध मकान और फ्लैट ध्वस्त कराए जा सकते हैं। प्रशासन ने इसकी तैयारियां भी पूरी कर ली हैं। इंतजार है तो सर्वे रिपोर्ट आने का।
दरअसल, यूपी की राजधानी लखनऊ में कुकरैल नदी की जमीन पर कब्जा कर लोगों ने अवैध रूप से मकान और फ्लैट बनवा लिए हैं। इसके चलते इन इलाकों में हर साल बारिश के मौसम में हालात बदतर हो जाते हैं। इसके साथ ही कुकरैल नदी के किनारे बसे रहीमनगर, अबरार नगर, पंतनगर और खुर्रमनगर में अवैध घरों पर भी बुलडोजर चलेगा। इसके लिए सिंचाई विभाग कुकरैल नदी का फ्लड एरिया सर्वे करवाकर चिह्नित कर रहा है। नदी क्षेत्र में जितने भी निर्माण पाए जाएंगे। वह सभी बुलडोजर से ध्वस्त कराए जाएंगे। पंतनगर का ज्यादातर हिस्सा नदी में बताया जा रहा है। अब सिंचाई विभाग की सर्वे रिपोर्ट मिलते ही एलडीए ध्वस्तीकरण के लिए नोटिस जारी करेगा। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने नदी की जमीन पर हुए कब्जों को तोड़ने के लिए पूरी तैयारी कर ली है।
सूत्रों का कहना है कि कुकरैल नदी का फ्लड एरिया चिह्नित करने की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग को दी गई है। एलडीए और नगर निगम कार्रवाई करेंगे। फिलहाल सिंचाई विभाग ने नदी के दोनों ओर 50-50 मीटर क्षेत्र फ्लड जोन बताया है। इसके अलावा कुछ जगहों पर इसका क्षेत्र काफी ज्यादा भी है। सूत्रों का कहना है कि नदी पर जहां बंधा है। वहां दिक्कतें नहीं हैं। जहां बंधा नहीं बना है, वहां अवैध निर्माण चिह्नित करने में परेशानी हो रही है।
ऐसे में सिंचाई विभाग को इसे नक्शे पर चिह्नित करने का निर्देश दिया गया है। नक्शा आते ही एलडीए भवन स्वामियों को नोटिस जारी करेगा। इसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू होगी। हालांकि इस क्षेत्र में एलडीए के अफसरों ने भी सर्वे किया है। अफसरों का कहना है कि पंतनगर का ज्यादातर हिस्सा कुकरैल की जमीन पर है। सिंचाई विभाग की रिपोर्ट मिलने के बाद इसका गिरना तय है।
कुकरैल नदी की जमीन और उसके बाढ़ जोन की जमीन पर अवैध रूप से मकान बनाने वाले अब प्रॉपर्टी बेचकर भागने की फिराक में हैं। कुछ लोगों ने प्रॉपर्टी डीलरों और बिल्डरों को अपनी प्रॉपर्टी बेची भी है। हालांकि पहले यहां काफी महंगी जमीनें बिकती थीं। इसके चलते बिल्डरों ने भी यहां जमीन पर कब्जा कर महंगे फ्लैट और अपार्टमेंट खड़े कर दिए। अब एलडीए की बुलडोजर एक्शन की भनक लगते ही लोगों ने इसे औने-पौने दामों में बेचना शुरू कर दिया है। हालांकि यहां फ्लैटों, मकानों और अपार्टमेंट की कीमतें काफी नीचे गिर गई हैं। एलडीए के अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि लोग एक-एक करोड़ के फ्लैट और मकान मात्र 20-20 लाख में बेचकर भाग रहे हैं।
एलडीए के अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि एलडीए की कार्रवाई की भनक लगने के बाद लोगों का दफ्तर आना तेज हो गया है। यहां आकर लोग पूछ रहे हैं कि इन इलाकों में किसका मकान गिरेगा और किसका बचेगा। सोमवार और मंगलवार को भी एलडीए दफ्तर में पहुंचकर तमाम लोगों ने कॉलोनियों के अवैध निर्माण की जानकारी ली। हालांकि अधिकारी ज्यादा जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। इसका कारण सिंचाई विभाग का सर्वे है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति एकदम साफ हो पाएगी। फिलहाल लोगों को इंतजार करने के लिए कहा जा रहा है।
एलडीए उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि कुकरैल नदी पर अवैध निर्माण हटाने की कार्रवाई लगातार जारी है। पहले अकबरनगर प्रथम और द्वितीय में अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया जा चुका है। इसी क्रम में अब तीन कॉलोनियां और चिह्नित की जा रही हैं। अकबरनगर में ध्वस्तीकरण के बाद यहां से विस्थापित हुए लोगों को बसंतकुंज योजना में सरकारी योजनाओं के जरिए मकान और रोजगार दिलाया जाएगा। इसके लिए सोमवार को कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब ने कई विभागों के साथ बैठक कर दिशा निर्देश दिए हैं।
एलडीए उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि अकबरनगर प्रथम और द्वितीय के ध्वस्तीकरण के बाद अब एलडीए ने इनके विकास की पहल शुरू की है। इसके लिए यहां सबसे पहले अकबर नगर प्रथम और द्वितीय में बने कुकरैल नदी के बंधों को चौड़ा कर दो-दो लेन सड़कें बनाई जाएंगी। इसके लिए अवस्थापना निधि से 10 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। एलडीए उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि 22 जून को बंधे के दोनों ओर सड़कें बनाने का आदेश जारी किया गया है।
दरअसल, अकबरनगर प्रथम और द्वितीय में एलडीए ने 1400 अवैध कॉम्प्लेक्स और मकानों को ध्वस्त कर दिया है। इसके बाद 22 जून को लखनऊ कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब की अध्यक्षता में यहां के विकास के लिए बैठक की गई। इसमें खाली कराई गई जमीन के विकास की योजना को मंजूरी मिल गई। इसके साथ 10 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।
2.41 करोड़ रुपये से दाउदनगर फैजुल्लागंज में कल्याण मंडप बनाया जाएगा। 18 लाख रुपये डॉ. राम मनोहर लोहिया पार्क में बारिश के जल संचय पर खर्च किए जाएंगे। 37 लाख रुपये से डॉ. राम मनोहर लोहिया पार्क में कैंटीन का नवीनीकरण होगा। 36 लाख रुपये गोमती रिवर फ्रंट के सामने टॉयलेट ब्लॉक के निर्माण पर खर्च होंगे।
इसके अलावा 27 लाख रुपये रिवर फ्रंट के सुंदरीकरण पर खर्च किए जाएंगे। जबकि 62 लाख रुपये डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार एलडीए कॉलोनी कानपुर रोड पर सीसीटीवी, अग्निशमन और सबमर्सिबल पंप लगाने पर खर्च होंगे। 36 लाख रुपये विशाल खंड गोमतीनगर में जेतवन पार्क के सुंदरीकरण पर खर्च होंगे।