लखनऊ

पछुआ हवाओं की दस्तक से ठिठुरेगा पूरा प्रदेश, तापमान गिरेगा और सुबह का घना कोहरा बढ़ाएगा परेशानियां

Pachua Hawa: पछुआ और उत्तर-पश्चिमी हवाओं का रुख फिर सक्रिय होने से प्रदेश में ठंड एक बार फिर बढ़ने जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक सप्ताह में तापमान में 2 से 4 डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है। सुबह के समय हल्का से मध्यम कोहरा छाए रहने की संभावना भी जताई गई है।

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Nov 21, 2025
सुबह पड़ेगी धुंध–कोहरा, दिन चढ़ते ही साफ होगा मौसम; प्रदेश में मौसम तंत्र कमजोर, पर ठंड का असर तेज होने को तैयार (फोटो सोर्स : Mausam Vibhag Whatsapp Group)

Cold Winds Return: उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बढ़े तापमान ने जहां राहत दी, वहीं अब मौसम एक बार फिर करवट बदलने जा रहा है। पछुआ और उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रवाह फिर से सक्रिय होने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले सप्ताह में प्रदेश के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक कमी हो सकती है। इससे सर्दी एक बार फिर अपने चरम की ओर लौटेगी और सुबह-शाम की ठिठुरन बढ़ जाएगी।


प्रदेश में इस समय कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ या स्थानीय मौसम तंत्र प्रभावी नहीं है। यही कारण है कि पिछले सप्ताह हवा की दिशा और गति बदलने से तापमान में मामूली उछाल दिखाई दिया था। लेकिन अब हिमालयी क्षेत्रों से आने वाली अत्यंत ठंडी व शुष्क पछुआ हवाएं एक बार फिर मैदानी इलाकों की ओर बढ़ने लगी हैं। जैसे-जैसे हवा की गति बढ़ेगी, तापमान लगातार नीचे जाता जाएगा और सर्दी का असर अधिक स्पष्ट महसूस होने लगेगा।

हवा का रुख बदलते ही लौटेगी कंपकंपी वाली ठंड

मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार, उत्तर भारत में ठंड बढ़ने का सबसे बड़ा कारण हिमालय क्षेत्रों की ओर से आने वाली पछुआ हवाएं होती हैं। ये हवाएं बर्फ से ढके इलाकों में बने ठंडे दबाव क्षेत्र से निकलकर मैदानी इलाकों में पहुंचती हैं। जब ये हवा उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती है तो.... 

  • रात का तापमान तेजी से गिरता है
  • सुबह के समय धुंध और कोहरा बनता है
  • दिन में हवा की ठंडक बढ़ जाती है
  • नमी कम होने से हवा शुष्क होती जाती है

पिछले दिनों हवा का प्रवाह दक्षिण-पूर्व और पूर्वी दिशाओं से हो रहा था, जो अपेक्षाकृत गर्म हवाएं होती हैं। इसलिए अधिकतम तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री अधिक दर्ज किया गया। अब हवा का रुख पूर्णतः बदलने से प्रदेश में सर्दी का असर बढ़ना निश्चित है।

  • अगले सप्ताह बढ़ेगी ठिठुरन, 2–4°C तक गिर सकता है तापमान
  • न्यूनतम तापमान में 2°C से 4°C की गिरावट
  • अधिकतम तापमान में 1°C–3°C की कमी
  • सुबह 7 बजे से 10 बजे तक धुंध-कोहरा
  • रातें अधिक ठंडी और दिन की हवा शुष्क

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तापमान की गिरावट अधिक स्पष्ट होगी। लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर और मेरठ मंडलों में सुबह की ठंड अधिक प्रभावित करेगी।

धुंध-कोहरे की वापसी, पर दिन चढ़ते साफ हो जाएगा मौसम

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, हवा की नमी सीमित होगी, इसलिए घना कोहरा फिलहाल नहीं पड़ेगा। लेकिन

  • हल्का से मध्यम कोहरा
  • खासकर नदियों के किनारे वाले जिलों में
  • कृषि क्षेत्रों और खुले मैदानों में अधिक
  • सुबह दृश्यता 200–500 मीटर तक रह सकती है

हालांकि सूर्य निकलने के 2–3 घंटे बाद कोहरा जल्दी खत्म हो जाएगा और मौसम साफ हो जाएगा। यह उत्तर-पश्चिमी हवाओं की शुष्क प्रकृति के कारण होगा।

क्यों बदल रहा है मौसम

मौसम परिवर्तन के प्रमुख कारण

  • 1.पश्चिमी हिमालय में तापमान गिरनालगातार बर्फबारी और अत्यधिक ठंड के कारण वहां ठंडे दबाव क्षेत्र बन रहे हैं।
  • 2.पछुआ हवाओं का पुनः सक्रिय होनासर्द हवाओं के लौटने से उत्तर भारत में ठंड बढ़ने लगती है।
  • 3.स्थानीय मौसम तंत्र का न होनाकोई पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं है, इसलिए बारिश या बादल नहीं-सीधे ठंड का प्रभाव।
  • 4.हवा की नमी में कमीशुष्क हवा अधिक तेजी से ठंडक लाती है।

मौसम का असर: किसानों, विद्यार्थियों और आमजन पर प्रभाव

  • तापमान में होने वाली गिरावट का सीधा असर प्रदेश के कई वर्गों पर होगा।
  • किसान
  • आलू, गेहूं और सरसों पर ओस की मात्रा बढ़ेगी
  • सिंचाई का समय बदलने की जरूरत
  • सुबह की दफ fog फसल पर हल्का प्रभाव डाल सकता है
  • विद्यालय
  • सुबह की ठंड के कारण स्कूलों के समय में परिवर्तन की संभावना
  • छोटे बच्चों के लिए अधिक सर्दी का खतरा

आमजन

  • सुबह-शाम बाहर निकलने में परेशानी
  • बुजुर्गों और हृदय रोगियों को विशेष सावधानी
  • शुष्क हवा से त्वचा रोगों की संभावना बढ़ेगी

मौसम विभाग की चेतावनी: सावधानियां जरूरी

  • मौसम वैज्ञानिकों ने लोगों को निम्न सावधानियाँ अपनाने की सलाह दी है कि 
  • सुबह व शाम गर्म कपड़े अवश्य पहनें
  • बुजुर्ग और बच्चे ठंड से बचाव के लिए अतिरिक्त सावधानी रखें
  • वाहन चलाते समय धीमी गति बनाएं, ताकि धुंध में दुर्घटना से बचा जा सके
  • सुबह खुले में व्यायाम करने से पहले हल्की वार्म-अप करें
  • पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं ताकि शुष्क हवा का असर कम हो

क्या आगे और बढ़ेगी ठंड

अभी जो मौसम बदलाव शुरू हो रहा है, वह केवल शुरुआती संकेत है। दिसंबर के दूसरे सप्ताह से उत्तर भारत में शीतलहर की स्थितियां बन सकती हैं। यदि हिमालय में बर्फबारी बढ़ी, तो मैदानी इलाके में सर्दी और तेज हो जाएगी।

संभावित अनुमान

  • न्यूनतम तापमान 8°C से 6°C तक आ सकता है
  • कुछ जिलों में शीतलहर की स्थिति भी बन सकती है
  • दिसंबर के अंत तक रातें बेहद ठंडी होंगी

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