लखनऊ

COVID Alert in Lucknow: KGMU और लोहिया संस्थान में बढ़ी सतर्कता, OPD और इमरजेंसी पर विशेष निगरानी

COVID Alert: लखनऊ में कोरोना का नया मामला सामने आने के बाद किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) और लोहिया संस्थान ने सतर्कता बढ़ा दी है। दोनों संस्थानों में OPD व इमरजेंसी में आने वाले मरीजों की लक्षणों के आधार पर कोविड जांच अनिवार्य कर दी गई है, और स्टाफ को विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।

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May 29, 2025
फोटो सोर्स : Patrika: कोरोना अलर्ट: KGMU और लोहिया संस्थान ने बढ़ाई सतर्कता, OPD और इमरजेंसी में जांच अनिवार्य

COVID Alert in KGMU and Lohia Institute Lucknow: कोरोना संक्रमण की वापसी की आहट ने चिकित्सा संस्थानों को एक बार फिर सतर्क कर दिया है। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) और डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान (RMLIMS) ने लखनऊ में हाल ही में एक कोरोना मरीज की पुष्टि के बाद अलर्ट जारी कर दिया है। मरीजों की सुरक्षा और संक्रमण को रोकने के लिए दोनों संस्थानों ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

KGMU और लोहिया संस्थान क्यों हुए अलर्ट

शहर में कोरोना के एक नए केस की पुष्टि के बाद प्रशासन ने तुरंत प्रतिक्रिया दी है। केजीएमयू और लोहिया संस्थान को राजधानी के सबसे बड़े सरकारी चिकित्सा केंद्रों में गिना जाता है, जहां पर आसपास के जनपदों से भी हजारों मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में यहां कोविड संक्रमण की रोकथाम अति आवश्यक है।

OPD और इमरजेंसी में विशेष सतर्कता

KGMU में प्रतिदिन 7,000 से 8,000 मरीज ओपीडी में आते हैं। इसमें लखनऊ ही नहीं, बलरामपुर, सीतापुर, उन्नाव, बाराबंकी जैसे आसपास के जिलों से भी मरीज शामिल होते हैं। वहीं लोहिया संस्थान की ओपीडी में भी प्रतिदिन हजारों मरीज आते हैं। इन दोनों संस्थानों ने अब यह निर्णय लिया है कि:

  • OPD और IPD (Indoor Patients) में लक्षण के आधार पर मरीजों की COVID-19 जांच अनिवार्य होगी।
  • सांस फूलने, तेज बुखार, गले में खराश या सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षणों पर तुरंत कोविड जांच कराई जाएगी।
  • इमरजेंसी में लक्षणों वाले मरीजों को विशेष निगरानी में रखा जाएगा।

डॉक्टरों और स्टाफ को विशेष निर्देश

दोनों संस्थानों के डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल कर्मियों और सुरक्षा कर्मचारियों को सतर्क रहने के निर्देश जारी किए गए हैं। KGMU के प्रवक्ता डॉ. केके सिंह के अनुसार“रेस्पिरेटरी मेडिसिन, कार्डियोलॉजी और जनरल मेडिसिन विभाग में काफी मरीज सांस संबंधी समस्याओं के साथ आ रहे हैं। ऐसे सभी मरीजों की कोविड जांच की सिफारिश की जा रही है।”

कोविड टेस्टिंग की व्यवस्था होगी सुदृढ़

  • संस्थान प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि कोविड टेस्टिंग की सुविधा पहले से ज्यादा मजबूत और तेज हो:
  • रैपिड एंटीजन टेस्ट और RT-PCR टेस्ट दोनों की पर्याप्त किट्स उपलब्ध कराई जा रही हैं।
  • संक्रमित पाए जाने वाले मरीजों को कोविड आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा।
  • कोविड पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए मेडिकल स्टाफ के लिए भी विशेष सुरक्षा किट और निगरानी व्यवस्था लागू की गई है।

राजधानी में फिर बढ़ सकता है संक्रमण

हेल्थ डिपार्टमेंट के अनुसार राजधानी लखनऊ में फिलहाल कोरोना का ग्राफ नियंत्रण में है, लेकिन जांच में एक मरीज के संक्रमित पाए जाने के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अब भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया, तो इन्फेक्शन की चेन दोबारा सक्रिय हो सकती है।

क्या है मरीजों के लिए गाइडलाइंस

  • मास्क पहनना अनिवार्य (खासकर अस्पताल परिसर में)।
  • यदि किसी को बुखार, खांसी, थकावट या सांस लेने में परेशानी है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
  • अस्पताल में आने वाले हर मरीज को अपनी स्थिति के अनुसार कोविड जांच के लिए तैयार रहना चाहिए।
  • बुजुर्ग और पहले से बीमार मरीजों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

KGMU और लोहिया संस्थान में विशेष तैयारियां

  • आइसोलेशन वार्ड फिर से सक्रिय किए गए हैं।
  • ऑक्सीजन सप्लाई और ICU बेड्स की जांच और रखरखाव पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
  • संभावित मरीजों के इलाज के लिए डेडिकेटेड कोविड टीम को एक्टिव मोड में रखा गया है।

विशेषज्ञों की राय

वरिष्ठ चिकित्सकों का मानना है कि बदलते मौसम और आमजन की लापरवाही के कारण संक्रमण दोबारा पांव पसार सकता है। हालांकि वर्तमान में संक्रमण की गंभीरता पूर्व लहरों की तुलना में कम है, लेकिन कमजोर इम्यून सिस्टम वाले, बुजुर्ग और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोग जोखिम में हो सकते हैं।

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