लखनऊ

Lucknow Dengue: लखनऊ में डेंगू का कहर: 63 नए मरीज, 12 घरों को मिला नोटिस!

Lucknow Dengue: लखनऊ में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग ने शहर में डेंगू के 63 नए मरीजों की पुष्टि की, जबकि चार मलेरिया के नए मामले भी सामने आए हैं। विभाग ने लार्वा जांच के दौरान 12 घरों में मच्छर जनित स्थितियां पाई, जिसके चलते इन घरों को नोटिस जारी किया गया है। डेंगू और मलेरिया से प्रभावित इलाकों में विशेष अभियान चलाकर कीटनाशक छिड़काव किया जा रहा है।

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Oct 11, 2024
Lucknow Dengue

Lucknow Dengue: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। शहर में डेंगू के 63 नए मरीजों की पुष्टि हुई है, जबकि मलेरिया के भी चार नए मरीज मिले हैं। सभी मरीजों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। जनवरी से अब तक जिले में डेंगू के 970 और मलेरिया के 440 मामले सामने आ चुके हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू प्रभावित इलाकों में विशेष अभियान चलाने का फैसला लिया है।

मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि राजधानी के कुछ इलाके मच्छरों के प्रजनन स्थल बन गए हैं, जिससे वहां डेंगू और मलेरिया के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अलीगंज, इंदिरा नगर, चिनहट, एनके रोड, चंदरनगर, टूडियागंज, ऐशबाग, बीकेटी, और सरोजनी नगर जैसे क्षेत्रों में डेंगू के मामले अधिक पाए जा रहे हैं। इनमें से अलीगंज में 8, इंदिरा नगर में 7, और चंदरनगर में 8 नए डेंगू मरीज मिले हैं। इसके अलावा मलेरिया के मामले मोहनलालगंज, ऐशबाग, अलीगंज और गोसाईगंज से सामने आए हैं।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे सर्वेक्षण में 1527 घरों की जांच की गई, जिनमें से 12 घरों में मच्छर जनित स्थितियां पाई गईं। इन घरों को नोटिस जारी कर मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। नगर मलेरिया इकाई और जिला मलेरिया अधिकारी की टीमों द्वारा लार्वा रोधी रसायनों का छिड़काव भी प्रभावित क्षेत्रों में किया जा रहा है, ताकि मच्छरों की संख्या को नियंत्रित किया जा सके।

सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मच्छरों के काटने से डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा होता है। इनमें डेंगू और मलेरिया अधिक घातक होते हैं। उन्होंने कहा कि डेंगू मादा एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है, जो दिन के समय सक्रिय होता है। डेंगू का बुखार 5 से 7 दिनों तक रहता है और इसमें समय पर इलाज न होने पर हालत गंभीर हो सकती है।

डॉ. श्रीवास्तव ने सलाह दी कि डेंगू से बचाव के लिए लोगों को घरों के आस-पास साफ-सफाई रखनी चाहिए और पानी जमा नहीं होने देना चाहिए। पानी जमा होने से मच्छरों को पनपने का मौका मिलता है, जिससे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ता है।

डेंगू और मलेरिया के बढ़ते मामले

लखनऊ में डेंगू के 63 और मलेरिया के 4 नए मामले सामने आए, जिससे कुल मरीजों की संख्या जनवरी से अब तक 970 और 440 हो गई है।

स्वास्थ्य विभाग की विशेष कार्रवाई

12 घरों में मच्छर जनित स्थितियां पाए जाने पर उन्हें नोटिस जारी किया गया, और प्रभावित क्षेत्रों में लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव किया जा रहा है।

हॉटस्पॉट क्षेत्रों में विशेष अभियान

अलीगंज, इंदिरा नगर, चिनहट जैसे क्षेत्रों को मच्छरों के हॉटस्पॉट घोषित किया गया है और वहां पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

मच्छर जनित बीमारियों से बचाव

डॉक्टरों ने सलाह दी है कि डेंगू और मलेरिया से बचाव के लिए लोगों को मच्छरों से बचाव के उपाय करने चाहिए, जिससे घर के आस-पास पानी न जमने देना मुख्य है।

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