Fight between leaders:उत्तराखंड निकाय चुनाव में कल अल्मोड़ा-रुड़की सहित कुछ अन्य स्थानों पर बवाल, पथराव और लाठीचार्ज के मामले सामने आए हैं। अल्मोड़ा में भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच जमकर लात-घूंसे चलने से अफरा-तफरी मच गई थी। सरेआम हुई भिड़ंत के दौरान नेताओं की अभद्र भाषा से लोगों को शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ी।
Fight between leaders:भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव में मारपीट का मामला सामने आया है। दो दलों के नेताओं में मारपीट का ये मामला अल्मोड़ा जिला मुख्यालय के मल्ला महल स्थित बूथ पर सामने आया है। नगर के रामशिला वार्ड में सुबह करीब करीब साढ़े आठ बजे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर लोगों को मतदान करने से रोकने का आरोप लगाया। इस पर डीएम आलोक कुमार पांडेय और एसएसपी देवेंद्र पींचा मौके पर पहुंचे और समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। इसके बाद यहां शाम चार बजे मारपीट हो गई। बताया जा रहा है कि पूरे घटनाक्रम में भाजपा से जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा और कांग्रेस से जिलाध्यक्ष भूपेंद्र भोज, विधायक मनोज तिवारी, दीप डांगी मौजूद रहे। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा के नेताओं ने उनके कार्यकर्ताओं पर हाथ उठाया जबकि भाजपा ने कांग्रेस पर फर्जी मतदान करवाने और गाली गलौज करने का आरोप लगाया है। दोनों दलों ने इस घटनाक्रम के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस दूसरे राज्यों के मतदाताओं से वोट करा रही थी। वहीं कांग्रेस का कहना है कि वोटर लिस्ट प्रशासन ने बनाई है हमने नहीं।
अल्मोड़ा नगर निगम चुनाव की चिंगारी आखिरकार रामशिला वार्ड में सुलगी। जुबानी जंग से शुरू हुआ चुनाव शाम होते-होते मारपीट तक पहुंच गया। हालात ऐसे हो गए कि प्रशासन को छोटे से वार्ड में मतदाताओं से अधिक पुलिस तैनात करनी पड़ी। यहां पर दोनों दलों के वरिष्ठ नेता ही हाथापाई पर उतर गए। किसी ने भी अपने पद का लिहाज नहीं किया। अपशब्दों का प्रयोग ऐसा था कि कोई भी शर्मशार हो जाए। जिसे जहां मौका मिला हाथ साफ कर लिया। इसमें सबसे आगे वरिष्ठ नेता ही थे।
रुड़की के मच्छी मोहल्ला चौक के पास और भगवानपुर के बीडी इंटर कॉलेज में फर्जी मतदान और समय पूर्व मतदान केंद्र को बंद करने के आरोप में जमकर बवाल हुआ। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को नियंत्रित किया। बताया जा रहा है क शाम को मतदाताओं की भीड़ के दौरान किसी ने पथराव किया था। उसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज कर हालात पर काबू पाने पड़े।