Ransom from government:स्टेट डाटा सेंटर पर खतरनाक साइबर हमला कर हैकर ने उत्तराखंड सरकार से डाटा सुरक्षित लौटाने के एवज में फिरौती मांगी है। इससे शासन में हड़कंप मचा हुआ है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए भी जांच के लिए बुला ली गई है।
Ransom from government:पूरे सरकारी सिस्टम पर साइबर अटैक से उत्तराखंड में हड़कंप मचा हुआ है। उत्तराखंड स्टेट डाटा सेंटर पर बीते दो अक्तूबर को बड़ा साइबर हमला हुआ था। इसी को लेकर राज्य सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट प्रभारी निरीक्षक पीएचक्यू रचना सागर श्रीवास्तव ने साइबर अपराधी के खिलाफ केस दर्ज कराया है। साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में दर्ज मुकदमे में कहा गया है कि बीते बुधवार दोपहर सीसीटीएनएस का सर्वर हैंग हो गया। इससे काम बाधित हो गया। जांच की तो पता चला कि सर्वर के साथ अन्य सिस्टम भी काम नहीं कर रहे थे। साइबर अपराधी ने डाटा सुरक्षित लौटाने के लिए फिरौती की मांग रखी। इस पर आईटीडीए से संपर्क किया गया। हालांकि एक्सपर्ट्स ने अब कई साइट दुरुस्त कर ली हैं।
सीसीटीएनएस प्रभारी के मुताबिक जांच के दौरान पता चला कि सर्वर के हर फोल्डर में एक नोटपैड फाइल पर हैकिंग का संदेश दिख रहा था। नोटपैड पर लिखे उन संदेशों में हैकर ने फिरौती की मांग की थी। श्रीवास्तव ने मामले की सूचना तत्काल उच्चाधिकारियों को दी। बीते चार अक्तूबर को साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में अज्ञात के विरुद्ध संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया था। बावजूद इसके आला अधिकारी फिरौती मांगने से संबंधित मामले को दबाए रहे। अब जब मामला खुला तो हर कोई दंग है।
उत्तराखंड के स्टेट डाटा सेंटर पर साइबर हमले में करीब 20 वेबसाइट पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। बताया जा रहा है कि करीब 15 से 20 ऐसी वेबसाइट हैं, जो बहुत पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम पर चल रही थी। इन साइटों को फिलहाल सुचारु नहीं किया जा रहा है। इधर, डीजीपी अभिनव कुमार के मुताबिक मामले की जांच में एनआईए और एसटीएफ को भी लगाया है। एनआईए ऐसे मामलों की जांच में दक्ष है लिहाजा उसका सहयोग लिया गया है।