सपा विधायक पूजा पाल ने अतीक अहमद को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की, जिसके बाद उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। यह घटना उत्तर प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान हुई।
सपा से निकाले जाने पर पूजा पाल ने कहा कि उन्हें इस बात का कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने अतीक अहमद के गैंग से पीड़ित हजारों महिलाओं को न्याय दिलाया है और वह खुद भी उनमें से एक हैं। उन्होंने कहा कि प्रयागराज की बहुत सी महिलाएं भी योगी आदित्यनाथ की सराहना कर रही हैं।
एक निजी टीवी चैनल से अपनी आपबीती बताते हुए पूजा पाल ने कहा कि उनके पति, राजू पाल की हत्या शादी के सिर्फ नौ दिन बाद कर दी गई थी। उनके पति को विधायक बने तीन महीने ही हुए थे, जब अतीक ने उनकी हत्या करा दी। इस दौरान बात करते हुए वो फफक पड़ीं। पूजा ने सपा चीफ अखिलेश यादव से यह भी पूछा कि उनको यह भी बताना चाहिए कि वो अतीक अहमद के परिवार के साथ हैं, जिसने मेरे पति राजू पाल की हत्या की या फिर मेरे पति के साथ?
सपा से बर्खास्त विधायक पूजा पाल ने कहा कि अतीक अहमद के मारे जाने के दिन अखिलेश यादव का दोहरा चेहरा सामने आ गया-"बात कुछ और, काम कुछ और।" पूजा पाल ने कहा कि जब उनके पति राजू पाल की हत्या हुई, तब समाजवादी पार्टी के लोग कानून-व्यवस्था बिगड़ने का हल्ला मचा रहे थे, लेकिन जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया अतीक अहमद को "मिट्टी में मिला" दिया, तो सबसे ज्यादा दर्द इन्हीं लोगों को हुआ।
राजू पाल की पत्नी ने अपने संघर्ष को याद करते हुए कहा, "मेरी जिंदगी बर्बाद हो गई। मैंने वो दौर देखा है जब अतीक अहमद की एक नजर से लोग मुकदमे वापस ले लेते थे, रास्ता बदल लेते थे। मैं उस डर के सामने डटी रही और 2005 से 2023 तक लगातार अतीक से लड़ी।"
पूजा पाल ने कहा कि वह हर संघर्ष का सामना करने के लिए तैयार हैं और उनसे भागेंगी नहीं। उन्होंने कहा कि वह अखिलेश यादव की सोच के साथ जुड़ी थीं, क्योंकि उन्हें लगा था कि सपा प्रमुख माफियाओं के खिलाफ हैं।
सपा से बर्खास्तगी के बाद विधायक पूजा पाल ने सोशल मीडिया "X" पर जवाब दिया है। उन्होंने लिखो- जवाब, मुझे इलेक्शन की सीट की फिकर नहीं ... मुझे मेरे पति के हत्यारों का टिकट जहन्नुम के लिए कटने की खुशी है।