IPS Transfer: उत्तर प्रदेश सरकार ने कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए 13 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया है। प्रमुख बदलावों में डॉ. एन. रविंदर को एडीजी एंटी करप्शन और डॉ. संजीव गुप्ता को एडीजी स्थापना बनाया गया है। मेरठ और लखनऊ जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अनुभवी अधिकारियों की तैनाती की गई है।
IPS Transfer: उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़े प्रशासनिक फेरबदल के तहत 13 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए हैं। यह निर्णय आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर प्रशासनिक तैयारियों को मजबूत करने के उद्देश्य से लिया गया है।
1.डॉ. एन. रविंदर: एडीजी एंटी करप्शन, लखनऊ।
2.डॉ. संजीव गुप्ता: एडीजी स्थापना और डीजीपी के जीएसओ।
3.नचिकेता झा: गृह सचिव, उत्तर प्रदेश शासन।
4.आर.के. भारद्वाज: आईजी भवन कल्याण, यूपी पुलिस मुख्यालय, लखनऊ।
5.आकाश कुलहरि: आईजी लोक शिकायत मुख्यालय, लखनऊ।
6.अमित पाठक: डीआईजी देवीपाटन रेंज, गोंडा।
7.अमरेंद्र प्रसाद सिंह: डीआईजी इंटेलिजेंस, लखनऊ।
8.दिनेश कुमार पी: डीआईजी बस्ती रेंज।
9.बबलू कुमार: जॉइंट पुलिस कमिश्नर, अपराध एवं मुख्यालय, लखनऊ।
10.केशव कुमार चौधरी: डीआईजी झांसी रेंज।
11.संजीव त्यागी: अपर पुलिस आयुक्त, आगरा।
12.कलानिधि नैथानी: डीआईजी मेरठ रेंज।
13.अजय कुमार: प्रभारी अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय, नोएडा।
इस फेरबदल में अधिकारियों के प्रमोशन के साथ-साथ नई तैनाती भी शामिल है। प्रशासनिक अधिकारियों का मानना है कि यह बदलाव सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने और चुनावी प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक था। आपको बता दे कि एडीजी स्थापना संजय सिंघल के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने और डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद के आगामी सेवानिवृत्ति को ध्यान में रखते हुए किया गया। फील्ड में तैनाती की प्रतीक्षा कर रहे कई वरिष्ठ अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गईं।
सरकार ने यह कदम पुलिस और प्रशासनिक सेवाओं की कार्यक्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया है। लखनऊ और मेरठ जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति यह सुनिश्चित करने के लिए की गई है कि सुरक्षा के मामले में कोई कमी न रहे।