Kalyan Singh Jayanti: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पद्म विभूषण से सम्मानित कल्याण सिंह जी की जयंती पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। सीएम ने उन्हें राष्ट्रभक्ति, रामभक्ति, और सुशासन का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह जी ने अपने सिद्धांतों और मूल्यों के साथ कभी समझौता नहीं किया।
Kalyan Singh Jayanti: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यपाल पद्म विभूषण स्वर्गीय कल्याण सिंह जी की जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि कल्याण सिंह जी न केवल एक महान राष्ट्रभक्त और राम भक्त थे, बल्कि सुशासन और सिद्धांतों के प्रतीक भी थे। उनकी जयंती पर 2, मॉल एवेन्यू स्थित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया।
“रामजन्मभूमि आंदोलन के महानायक थे कल्याण सिंह”
सीएम योगी ने कहा कि कल्याण सिंह जी ने अपने जीवन में कभी मूल्यों और सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश को पहली बार सुशासन का एहसास हुआ। जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए अपनी सरकार का बलिदान दिया, तो वह एक ऐतिहासिक क्षण था। उनकी दूरदर्शिता और त्याग का परिणाम है कि आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
“शिक्षा और प्रशासन में सुधार के प्रेरणास्रोत”
कल्याण सिंह ने नकलविहीन परीक्षा का अभियान शुरू कर युवाओं के भविष्य को उज्जवल बनाया। उन्होंने किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद के सिद्धांतों को जमीन पर उतारा।
“शुचिता और राष्ट्रवाद के प्रतीक”
सीएम ने कहा कि 21 अगस्त 2021 को उनकी भौतिक काया ने हमसे विदा ले ली, लेकिन उनका मार्गदर्शन आज भी शासन-प्रशासन के लिए प्रेरणास्रोत बना हुआ है। जब भी प्रदेश में शुचिता की बात होती है, तो हर प्रदेशवासी श्रद्धा से कल्याण सिंह जी का नाम लेता है।
“बेसिक शिक्षा मंत्री के रूप में उनके पौत्र दे रहे हैं नई दिशा”
सीएम ने कहा कि कल्याण सिंह जी ने जिस बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक के रूप में काम किया, आज उनके पौत्र उसी विभाग के मंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं। यह उनके पूर्वजों की तपस्या का फल है।
“नए भारत के निर्माण में यूपी की भूमिका”
सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्रवाद और सुशासन का मंत्र ही नए भारत के निर्माण में उत्तर प्रदेश की भूमिका को रेखांकित करेगा।