मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केजीएमयू के 120वें स्थापना दिवस पर संस्थान की ऐतिहासिक यात्रा को सराहा और सेवा, समर्पण व तकनीकी उन्नति पर जोर दिया। उन्होंने मरीजों की बेहतर देखभाल, अत्याधुनिक तकनीक के उपयोग और दीर्घकालिक विकास योजना पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की।
KGMU Foundation Day: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के 120 वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संकट की घड़ी में ही व्यक्ति और संस्थान की वास्तविक पहचान होती है। जब चुनौतियां सामने आती हैं, तो कुछ बिखर जाते हैं, लेकिन जो उनका सामना करते हैं, वे निखर जाते हैं। हमें चुनौतियों से डरना नहीं है, बल्कि केजीएमयू के गौरव को और बढ़ाना है।
संस्थान का ऐतिहासिक सफर
मुख्यमंत्री ने संस्थान की ऐतिहासिक यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष 1905 में 10,75,800 रुपये की मदद से इसकी नींव रखी गई थी। आज केजीएमयू 100 एकड़ में फैला देश का अग्रणी चिकित्सा संस्थान बन चुका है। सीएम ने 67 मेधावी छात्रों को मेडल और सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया और कहा कि संस्थान को अगले 100 वर्षों का लक्ष्य तय कर आगे बढ़ना चाहिए।
सीएम योगी ने कहा कि सरकार ने संस्थान के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है।
आधुनिक मशीनों और लैब: 300 करोड़ रुपये की स्वीकृति।
सर्जरी डिपार्टमेंट: 377 करोड़ रुपये से नई इमारत।
फायर सिक्योरिटी: 46 करोड़ रुपये।
लारी कार्डियोलॉजी का विस्तार: 70 करोड़ रुपये।
मरीजों के प्रति संवेदनशीलता का आह्वान
मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों और स्टाफ से कहा कि बीमारी तो चली जाती है, लेकिन मरीजों को डॉक्टर और स्टाफ का व्यवहार याद रहता है। संवेदनशीलता और सेवा भाव ही चिकित्सा के क्षेत्र की सबसे बड़ी पूंजी है।
सीएम ने कहा कि केजीएमयू को नई-नई सेवाएं शुरू करनी चाहिए, जैसे:
वर्चुअल आईसीयू
टेलीमेडिसिन
मानसिक रोग विभाग का विस्तार
अंगदान को लेकर जागरूकता
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अंगदान को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। ब्रेन डेड मरीज के अंगों से दूसरों की जान बचाई जा सकती है। इसके लिए जागरूकता कैंप, पंपलेट और होर्डिंग्स के जरिए प्रयास करने होंगे।
सेवा और शिक्षा का आदर्श संस्थान बने केजीएमयू
सीएम ने कहा कि डॉक्टरों के व्यवहार और सेवा का स्तर ऐसा होना चाहिए कि यह संस्थान सेवा और शिक्षा दोनों क्षेत्रों में मानक स्थापित करे।
समारोह में उपस्थित गणमान्य लोग
समारोह में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. मणिंद्र अग्रवाल, केजीएमयू की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद और अन्य विशिष्ट हस्तियां मौजूद रहीं।