Lucknow Building Collapse: लखनऊ में जो तीन मंजिला बिल्डिंग गिरी, उसका निर्माण करीब 13 साल पहले ही किया गया था। इस हादसे में अब तक 8 लोगों की जान जा चुकी है।
Lucknow Building Collapse: ट्रांसपोर्ट नगर में 13 वर्ष में ही तीन मंजिला बिल्डिंग धराशायी होने की वजह साफ नहीं हुई। हादसे की कई वजहें अलग-अलग बताई जा रही हैं। बिल्डिंग के घटिया निर्माण, बारिश का पानी नींव में जाने, बिल्डिंग के पीछे कॉम्प्लेक्स निर्माण और पिलर में ट्रक की टक्कर को घटना की वजह बताया जा रहा है। अधिकृत वजह किसी ने नहीं बताई।
लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के अनुसार अभी जांच शुरू की गई है। घटनास्थल पर मौजूद लोगों के मौखिक बयान के मुताबिक पिलर में ट्रक की टक्कर के चलते दुर्घटना हुई है। इंजीनियरों की टीम इस मामले की जांच कर रही है। जांच पूरी होने के बाद अपनी रिपोर्ट देगी।
तीन दिन पहले भी एक ट्रक टकरा गया था। शनिवार को बैक हो रहे ट्रक ने पिलर में टक्कर मार दी थी। इसके चलते दुर्घटना हुई। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि एक पिलर के क्षतिग्रस्त होने से बिल्डिंग नहीं ढहती। तमाम बिल्डिंग गिराने में पसीने छूट जाते हैं। ट्रक के टकराने वाली बात इसलिए किसी के गले नहीं उतर रही है कि घटना के वक्त एक ट्रक दवा उतार रहा था। कुछ मजदूर दवा के पैकेट लेकर ऊपर चले गए थे और कुछ नीचे ट्रक के पास थे तभी बिल्डिंग ढह गई। जिला प्रशासन के अनुसार राहत एवं बचाव कार्य पूरा होने के बाद असल वजह पता चलेगी।
आसपास के लोगों और राजस्व कर्मियों के अनुसार यहां जरा सी बारिश में पानी भर जाता है। जलभराव से इमारत की नींव कमजोर हो गई थी। शनिवार को तेज बारिश हो रही थी। इमारत के आगे सड़क पर जलभराव था। जल निकासी के इंतजाम नहीं हैं।
हादसे के घायलों में राजेन्द्र (25), भानू सिंह (22), शत्रुघ्न सिंह (60), आदर्श यादव (10), काजल यादव (14), आकाश कुमार (28), आकाश सिंह(24), विनोद यादव (25), आदित्य(21), आकाश कुमार (19), बहादुर(55), ओम प्रकाश(25), हेमंत पाण्डेय (37), सुनील(28), दीपक कुमार(28), विनीत कश्यप(28), लक्ष्मी शंकर(25), अतुल राजपूत (25) व नीरज (35) को लोक बंधु अस्पताल में भर्ती हैं। जबकि शांति देवी(65), परवीन (30), शिव मोहन (38) व अनूप मौर्य (40) केजीएमयू के ट्रामा में भर्ती हैं। लोकबंधु अस्पताल में केवल 17 और केजीएमयू में चार भर्ती हैं। अन्य की छुट्टी कर घर भेज दिया।