School Closed: लखनऊ में कड़ाके की ठंड और शीतलहर को देखते हुए, जिला प्रशासन ने 17 जनवरी 2025 को कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया है। कक्षा 9 से 12 के लिए ऑनलाइन कक्षाओं पर जोर दिया गया है, और ठंड से बचाव के लिए विशेष प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं।
Lucknow School Closed: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बढ़ती ठंड और शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन ने 1 से 8 तक के सभी विद्यालयों को 17 जनवरी 2025 (बुधवार) को बंद रखने का आदेश जारी किया है। जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने यह निर्देश दिया है, जिसके अंतर्गत सभी बोर्ड के विद्यालयों को इसका पालन करना अनिवार्य है। इसके साथ ही कक्षा 9 से 12 के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं।
जिला प्रशासन ने मौसम विभाग के पूर्वानुमान के आधार पर यह फैसला लिया है। आदेश में कहा गया है कि छात्रों को ठंड से बचाने के लिए विद्यालय आवश्यकतानुसार ऑनलाइन कक्षाएं संचालित कर सकते हैं। यदि ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था संभव न हो, तो कक्षा 9 से 12 की पढ़ाई सुबह 10:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक होगी।
कक्षा 1 से 8 तक के विद्यालय बंद: 17 जनवरी को कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों के लिए अवकाश घोषित किया गया है।
कक्षा 9 से 12 के लिए ऑनलाइन कक्षाएं: जिन विद्यालयों में ऑनलाइन कक्षाएं संभव नहीं हैं, वे सुबह 10:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक संचालन करेंगे।
कक्षाओं में हीटर और अन्य गर्म उपकरणों की व्यवस्था करना अनिवार्य है।
छात्रों को खुले में बैठाने की मनाही है।
यूनिफॉर्म की बाध्यता समाप्त: छात्रों को गर्म कपड़े पहनने की छूट दी गई है। यूनिफॉर्म पहनने की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है।
लखनऊ में शीतलहर का प्रकोप
लखनऊ में पिछले कुछ दिनों से शीतलहर का असर तेजी से बढ़ा है। न्यूनतम तापमान में गिरावट के कारण बच्चों और बुजुर्गों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने इस आदेश को लागू किया है।
पिछले साल भी शीतलहर के चलते लखनऊ में इसी प्रकार के आदेश जारी किए गए थे, जिससे बच्चों को ठंड से बचाने के प्रयास सफल हुए थे। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार ठंड का प्रकोप अधिक समय तक रह सकता है, इसलिए प्रशासन को सावधानी बरतनी होगी।
जिलाधिकारी के इस फैसले का पालन करना सभी विद्यालयों के लिए अनिवार्य है। छात्रों और अभिभावकों से अपील की गई है कि वे बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर ही विद्यालय भेजें। यह आदेश ठंड के चलते छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।