Lucknow To Noida crime: पुलिस की सतर्कता की वजह से पीड़ित युवती को मिली सहायता। लेकिन यात्रा के दौरान हुई घटना से युवती सदमे हैं। पीड़िता के अनुसार बस में यात्रा के दौरान महिलाओं के लिए कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी।
Lucknow To Noida crime: लखनऊ से नोएडा जा रही एक 22 वर्षीय युवती के साथ स्लीपर बस में छेड़छाड़ की गंभीर घटना सामने आई है, जिसने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है। घटना तब हुई जब बस का अतिरिक्त ड्राइवर युवती के साथ बैड टच कर रहा था। युवती ने तुरंत डायल 112 पर सहायता मांगी, जिसके बाद पीआरवी ने बस को ट्रेस कर आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार किया।
यह मामला उस वक्त हुआ जब पीड़िता लखनऊ से एक स्लीपर बस में सवार होकर नोएडा जा रही थी। पीड़िता लखनऊ के विकास नगर की रहने वाली है और नोएडा की एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत है। यह घटना तब हुई जब बस सुबह करीब 3 बजे कानपुर के पास से गुजर रही थी। बस में मौजूद अतिरिक्त चालक रिजवान ने युवती के साथ बदसलूकी करते हुए बैड टच किया।
युवती ने पहले तो इस स्थिति को सहने की कोशिश की, लेकिन जब मामला बर्दाश्त से बाहर हो गया, तब उसने डायल 112 पर कॉल करके मदद मांगी। डायल 112 पर मदद मांगने के बाद तुरंत पीआरवी हरकत में आई और बस को ट्रेस किया गया। कन्नौज के पास पीआरवी ने बस को रोककर आरोपी रिजवान को गिरफ्तार कर लिया।
यह घटना सिर्फ एक मामला नहीं, बल्कि देश में महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ी एक व्यापक समस्या की ओर इशारा करती है। आए दिन महिलाओं और युवतियों के साथ छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न की घटनाएं सुनने को मिलती हैं, खासकर लंबी दूरी की यात्राओं के दौरान। इस घटना ने न सिर्फ युवती को मानसिक आघात पहुंचाया, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ा दी है।
घटना के बाद से युवती काफी डरी और सहमी हुई है, जिससे उसकी मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ा है। पीड़िता के अनुसार, बस में यात्रा के दौरान महिलाओं के लिए कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई कानून और सेवाएं मौजूद हैं, जिनमें डायल 112 जैसी सेवाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इस घटना में युवती द्वारा डायल 112 पर मदद मांगना एक सराहनीय कदम था, जिसके चलते पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। लेकिन ऐसे मामलों में जरूरी है कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए और कड़े उपाय किए जाएं। महिलाओं के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए बसों और अन्य सार्वजनिक परिवहन में सीसीटीवी कैमरे और महिला सुरक्षा गार्ड की नियुक्ति जैसी व्यवस्थाओं की जरूरत है।
अतिरिक्त चालक रिजवान की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में जल्द ही आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां उसे न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा दी जाएगी। पुलिस ने बस ड्राइवर और अन्य स्टाफ से भी पूछताछ शुरू कर दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इस घटना में और कोई शामिल है या नहीं।
इस तरह की घटनाएं हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अभी भी कई चुनौतियां बाकी हैं। सरकार और प्रशासन द्वारा सुरक्षा के उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन इसके साथ ही समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह महिलाओं के प्रति संवेदनशील और जागरूक हो।
यात्रियों को भी सतर्क रहना चाहिए और ऐसी किसी भी घटना की तुरंत सूचना देनी चाहिए। साथ ही, बस कंपनियों को भी अपनी सुरक्षा नीतियों में सुधार करना चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
लखनऊ से नोएडा जा रही युवती के साथ हुई इस घटना ने फिर से महिलाओं की सुरक्षा पर चिंता बढ़ा दी है। हालांकि, पुलिस की तत्परता और डायल 112 की सहायता से आरोपी की गिरफ्तारी हो गई है, लेकिन यह घटना इस बात का सबूत है कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।