Astronomical Phenomenon:मंगल ग्रह अपनी अनूठी चमक बिखरने को बेताब नजर आ रह है। ये लाल ग्रह अब लगातार धरती के निकट आ रहा है। इस अनूठी खगोलीय घटना पर वैज्ञानिकों की निगाहें बनी हुई हैं। आगे पढ़ें कि मंगल ग्रह आखिर कब धरती के सबसे निकट आएगा…
Astronomical Phenomenon:मंगल ग्रह लगातार पृथ्वी के नजदीक आ रहा है। वैज्ञानिक सहित आमजन इस अनूठी खगोलीय घटना को लेकर उत्साहित हैं। उत्तराखंड के नैनीताल स्थित आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के वरिष्ठ खगोल वैज्ञानिक डॉ. शशिभूषण पांडेय के मुताबिक मंगल ही एकमात्र ऐसा ग्रह नजर आता है, जिसमें मानव जीवन की संभावनाएं छिपी हैं। उन्होंने बताया कि 12 जनवरी को मंगल पृथ्वी के सबसे करीब पहुंचेगा। इससे दो दिन पहले और दो दिन बाद भी यह ग्रह बेहद चमकदार नजर आएगा। उसके बाद मंगल ग्रह पृथ्वी से दूर होता चला जाएगा। नजदीक आने पर उसकी चमक में निखार आना स्वाभाविक है। इस खगोलीय घटना पर पूरे विश्व के वैज्ञानिकों की नजर है।
एरीज के वैज्ञानिक डॉ. शशिभूषण के मुताबिक 12 जनवरी को मंगल ग्रह लाल रंग में किसी भी तारे से बड़ा दिखाई देगा। इसके कारण नग्न आंखों से भी मंगल ग्रह की आसानी से पहचान लोग कर सकेंगे। बताया कि 12 जनवरी को वह उलट अवस्था यानी अपोजिशन में होगा और पूरी रात नजर आएगा। अपोजिशन स्थिति का मतलब पश्चिम में सूर्य अस्त हो रहा होगा तो पूर्व में मंगल का उदय होता दिखेगा। अपोजिशन के दौरान मंगल, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में नजर आएंगे।
वैज्ञानिकों के मुताबिक मंगल ओर पृथ्वी की दूरी 96.08 मिलियन किमी रह जाएगी। आमतौर पर इस ग्रह की पृथ्वी से दूरी 401मिलियन किमी होती है। 12 जनवरी को इसकी दूरी घट जाएगी। इसके कारण मंगल की चमक आमजन देख सकेंगे। वैज्ञानिकों के मुताबिक 12 जनवरी के बाद मंगल की ये स्थिति दोबारा साल 2033 में देखी जाएगी।