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लखनऊ में FSDA की बड़ी कार्रवाई: लुलु- KFC पर ताला; 7 मॉल में खामियों की बड़ी पोल खुली

FSDA Massive Food Safety Crackdown: लखनऊ में खाद्य सुरक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई के दौरान सात प्रमुख मॉल में छापेमारी की गई, जहां कई गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। लुलु हाइपरमार्केट के रीपैकेजिंग डिवीजन और डबरू द चाप को तुरंत बंद कराया गया, जबकि सिनेपोलिस मॉल के KFC आउटलेट में गंदगी मिलने पर संचालन रोक दिया गया।

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Dec 04, 2025
लुलु हाइपरमार्केट सील और KFC आउटलेट सहित कई जगह गंभीर खामियां मिली (फोटो सोर्स : X FSDA )

FSDA Action Lulu Mall UP: लखनऊ में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) और शासन की संयुक्त टीमों के लिए बड़े अभियान का रहा। शहर के सात प्रमुख मॉलों -लुलु, पलासियो, फीनिक्स, सिनेपोलिस, एमराल्ड, वेव और फन रिपब्लिक में एक साथ छापेमारी की गई। इस कार्रवाई में कुल 14 टीमों ने 61 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया, जिनमें से तीन में गंभीर अनियमितताएं पकड़ी गईं। सबसे बड़ी कार्रवाई लुलु हाइपरमार्ट और सिनेपोलिस मॉल के केएफसी आउटलेट में हुई। अभियान का नेतृत्व जिला प्रशासन के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा निरीक्षकों की टीमों ने किया। उद्देश्य था। त्योहार और सर्दियों के मौसम में बढ़ती खाद्य वस्तुओं की खपत के बीच बाजार में बिक रहे उत्पादों की गुणवत्ता, स्वच्छता और लाइसेंसिंग की वास्तविक स्थिति की जांच करना।


लुलु हाइपरमार्ट में बड़ा खुलासा : री-पैकेजिंग डिवीजन किया गया बंद

लुलु मॉल में स्थित लुलु हाइपरमार्केट के रीपैकेजिंग डिवीजन में मैन्युफैक्चरिंग डेट में हेरफेर मिलने का गंभीर मामला सामने आया। जांच टीम ने पाया कि कई उत्पादों पर मैन्युफैक्चरिंग की तारीखें बदलकर आगे की तिथि डाली गई थीं ताकि एक्सपायरी डेट को आगे बढ़ाया जा सके। यह न केवल खाद्य सुरक्षा अधिनियम का गंभीर उल्लंघन है, बल्कि उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए भी बड़ा खतरा है।

इसके अतिरिक्त, री-पैकेजिंग यूनिट का लाइसेंस नंबर भी मानक के अनुरूप नहीं पाया गया। दस्तावेजों में कई कमियां और प्रक्रिया में लापरवाही दर्ज की गई। इन गंभीर अनियमितताओं के चलते री-पैकेजिंग डिविजन को तत्काल प्रभाव से बंद करा दिया गया। हालांकि, FSDA ने स्पष्ट किया कि लुलु हाइपरमार्ट की अन्य रिटेल यूनिट्स,मीट, ग्रोसरी और जनरल रिटेल सेक्शन,सामान्य रूप से संचालित होंगे, क्योंकि अनियमितता केवल री-पैकेजिंग सेक्शन तक सीमित थी।

‘डबरू द चाप’ आउटलेट चला रहा था बिना लाइसेंस, तुरंत बंद

लुलु मॉल में स्थित फूड आउटलेट ‘डबरू द चाप’ को भी गंभीर लापरवाही के कारण बंद कराया गया। जांच के दौरान जब टीम ने लाइसेंस संबंधी दस्तावेज मांगे, तो संचालक कोई भी वैध लाइसेंस नहीं प्रस्तुत कर सका। आउटलेट बिना पंजीकरण या लाइसेंस के संचालित किया जा रहा था, जो खाद्य सुरक्षा कानून के तहत पूर्णतः अवैध है। लाइसेंस न होने को सबसे गंभीर उल्लंघनों में गिना जाता है, इसलिए प्रशासन ने इस आउटलेट को तुरंत सील कर संचालन रोकने का आदेश दिया।

सिनेपोलिस मॉल के KFC आउटलेट में गंदगी मिली,सुधार होने तक संचालन बंद

छापेमारी के दौरान सिनेपोलिस मॉल में स्थित KFC आउटलेट में सफाई और हाइजीन मानकों में गंभीर कमी पाई गई।
निरीक्षण में-

  • किचन क्षेत्र में खाद्य अपशिष्ट
  • गंदगी व तेल जमा
  • स्टोरेज एरिया में अनुचित व्यवस्था
  • बर्तनों की ठीक से सफाई न होना
  • जैसी खामियां मिलीं।

इन स्थितियों को देखते हुए अधिकारियों ने संचालन को असुरक्षित माना और तत्काल प्रभाव से आउटलेट को बंद करने के निर्देश जारी किए। यह भी कहा गया कि पूर्ण सुधार और दोबारा निरीक्षण के बाद ही संचालन दोबारा शुरू करने की अनुमति दी जाएगी।

7 बड़े मॉलों में क्या-क्या जांचा गया

टीमों ने सातों मॉलों के फूड कोर्ट और खाद्य विक्रेताओं में निम्न बिंदुओं पर व्यापक जांच की-

  • कच्चे माल की गुणवत्ता (Raw Material Quality)
  • खाद्य प्रसंस्करण (Processing)
  • स्टोरेज स्थिति (Storage Condition)
  • मशीनरी की स्वच्छता
  • हाइजीन मानक
  • कर्मचारियों की व्यक्तिगत स्वच्छता
  • लाइसेंस और पंजीकरण की सत्यता
  • उत्पादों की मैन्युफैक्चरिंग व एक्सपायरी डेट
  • लेबलिंग और पैकिंग मानक
  • कुल 61 प्रतिष्ठानों में यह विस्तृत निरीक्षण किया गया।

इन मॉलों में चली कार्रवाई

  • लुलु मॉल – लुलु हाइपरमार्केट, डबरू द चाप
  • पलासियो मॉल – फूड कोर्ट्स
  • फीनिक्स मॉल – विभिन्न आउटलेट्स
  • सिनेपोलिस मॉल – KFC आउटलेट
  • एमराल्ड मॉल
  • वेव मॉल
  • फन रिपब्लिक मॉल

इन सभी स्थानों पर खाद्य सुरक्षा मानकों की गहन जांच हुई। कई स्थानों पर स्थिति संतोषजनक भी मिली, लेकिन तीन बड़े मामले गंभीर उल्लंघन के रहे, जिनमें तत्काल कार्रवाई की गई।

कहाँ-कहाँ मिली खामियां

निरीक्षण के दौरान कई प्रतिष्ठानों में महत्वपूर्ण खामियां सामने आई-

  • मैन्युफैक्चरिंग डेट का गलत अंकन
  • लेबलिंग में गड़बड़ी
  • दस्तावेजों में कमी
  • लाइसेंस मानक के अनुरूप न होना
  • स्टोरेज क्षेत्रों में गंदगी
  • स्टाफ की व्यक्तिगत स्वच्छता में कमी
  • प्रोडक्ट हैंडलिंग में मानकों का पालन नहीं
  • जहां खामियां मामूली थी, वहां तत्काल सुधार नोटिस जारी किए गए।

सैंपल, नोटिस और कानूनी कार्रवाई

पूरे अभियान में 63 निरीक्षण किए गए । 58 खाद्य नमूने एकत्र किए गए । 34 प्रतिष्ठानों को सुधार नोटिस जारी हुए । 2 प्रतिष्ठानों को पंजीकरण से लाइसेंस श्रेणी में बदलने के निर्देश दिए गए  । जिन मामलों में खाद्य सुरक्षा उल्लंघन गंभीर पाए गए, वहां आगे कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट के आधार पर जुर्माना या लाइसेंस स्थगन जैसी कार्रवाई हो सकती है।

प्रशासन का बयान : “उपभोक्ताओं की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता”

अधिकारियों ने स्पष्ट कहा कि “लखनऊ में खाद्य सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन हो, यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उपभोक्ताओं को सुरक्षित, स्वच्छ और गुणवत्ता युक्त खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना अनिवार्य है। जहां गंभीर अनियमितताएं मिली हैं, वहां तत्काल कार्रवाई की गई है।”

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