Tourism: प्रयागराज में आगामी महाकुंभ 2025 को दिव्य, भव्य, और नव्य रूप देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार एक नई परियोजना के तहत गंगा किनारे 15.25 किलोमीटर लंबे रिवर फ्रंट का निर्माण कर रही है। यह परियोजना पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए ट्रैफिक से राहत देने और शहर में आवागमन को सरल बनाने के लिए बनाई गई है। इस रिवर फ्रंट का 70 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और नवंबर 2024 तक इसे पूरी तरह से खोले जाने की उम्मीद है।
Tourism: रिवर फ्रंट का उद्देश्य शहर के विभिन्न हिस्सों से गंगा नदी के किनारे-किनारे एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करना है। इसके चलते महाकुंभ में आने वाले अनुमानित 40 करोड़ पर्यटक और श्रद्धालु प्रयागराज की सड़कों पर कम भीड़भाड़ का अनुभव करेंगे।
इस रिवर फ्रंट का निर्माण मुंबई की मरीन ड्राइव की तर्ज पर किया जा रहा है, जिसमें इंटरलॉकिंग पद्धति और बोल्डर क्रेट का उपयोग किया गया है। साथ ही, इसके किनारे पर्यटकों के लिए आरामदायक बेंच, कई जगहों पर सेल्फी प्वाइंट और अन्य आकर्षण बनाए जा रहे हैं।
यह रिवर फ्रंट रसूलाबाद घाट से नागवासुकी मंदिर तक, सूरदास से छतनाग, और कर्जन ब्रिज के पास महावीर पुरी तक का क्षेत्र कवर करेगा। इससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए संगम और अन्य धार्मिक स्थलों तक पहुंचना अधिक सुगम होगा।
इस परियोजना से शहर के ट्रैफिक को व्यवस्थित करने में सहायता मिलेगी, जिससे महाकुंभ के दौरान जाम की समस्या से निजात मिलेगी। इस रिवर फ्रंट का उपयोग महाकुंभ के बाद भी प्रयागराज के लोगों और पर्यटकों के लिए किया जा सकेगा।
इस परियोजना से न केवल आवागमन सुविधाजनक होगा, बल्कि इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। स्थानीय स्तर पर नई सुविधाओं और आकर्षणों के साथ प्रयागराज में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।