उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 2025-26 का अनुपूरक बजट पेश करने जा रही है, जो 25,000 से 30,000 करोड़ रुपये का हो सकता है। इस बजट का उद्देश्य रुकी हुई योजनाओं को गति देना है।
UP Government Anupurak Budget 2025: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार प्रदेश में विकास कार्यों को तेज करने के लिए आज अनुपूरक बजट पेश करने जा रही है। यह बजट मुख्य वित्तीय बजट से करीब दो महीने पहले आ रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य उन महत्वपूर्ण योजनाओं और परियोजनाओं को गति देना है, जो पैसे की कमी के कारण धीमी पड़ गई थीं। अनुपूरक बजट से सरकार को अतिरिक्त धन मिलता है, जिससे चल रहे कामों को पूरा करने में मदद मिलती है। सूत्रों के अनुसार, इस बार का अनुपूरक बजट 25,000 करोड़ से 30,000 करोड़ रुपये के बीच हो सकता है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना इसे दोपहर 12:20 बजे विधानसभा में पेश करेंगे। यह बजट राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर, बिजली, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देगा।
अनुपूरक बजट मुख्य बजट के बाद पेश किया जाता है। मुख्य बजट फरवरी में आता है, जिसमें पूरे साल के खर्च का प्लान होता है। लेकिन साल भर में कुछ नई जरूरतें आ जाती हैं या पुरानी योजनाओं के लिए ज्यादा पैसे की आवश्यकता पड़ती है। ऐसे में अनुपूरक बजट से अतिरिक्त धन की व्यवस्था की जाती है। उत्तर प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2025-26 का यह पहला अनुपूरक बजट है। पिछले साल दिसंबर में पेश अनुपूरक बजट करीब 17,865 करोड़ रुपये का था, जिसमें विभिन्न योजनाओं के लिए पैसा दिया गया था। इस बार बजट बड़ा होने की उम्मीद है, क्योंकि राज्य में कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इससे विकास कार्यों में रुकावट नहीं आएगी और योजनाएं समय पर पूरी होंगी।
अनुपूरक बजट में सड़क निर्माण और इंफ्रास्ट्रक्चर पर सबसे ज्यादा जोर दिया जा सकता है। राज्य में चल रहे एक्सप्रेस-वे और लिंक एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट्स के लिए अच्छी खासी राशि आवंटित की जाएगी। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और ग्राम्य विकास विभाग को सड़कें बनाने के लिए अतिरिक्त पैसा मिल सकता है। गांवों में अच्छी सड़कें होने से लोगों को आने-जाने में आसानी होगी और किसानों को अपनी फसल बाजार तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा, गर्मियों में बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए बिजली नेटवर्क को मजबूत करने और नए पावर प्लांट्स बनाने के लिए धनराशि दी जा सकती है। पिछले सालों में गर्मी में बिजली कटौती की समस्या रहती थी, अब सरकार इसे सुधारने पर फोकस कर रही है। बिजली की अच्छी व्यवस्था से घरों, फैक्टरियों और खेतों में काम आसान हो जाएगा।
स्वास्थ्य क्षेत्र में भी बड़ा आवंटन होने की उम्मीद है। अस्पतालों में नई मशीनें, दवाइयां और सुविधाएं बढ़ाने के लिए पैसा दिया जाएगा। इससे गरीब लोगों को बेहतर इलाज मिल सकेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने पर विशेष ध्यान होगा।
पिछले साल दिसंबर में पेश अनुपूरक बजट 17,865 करोड़ रुपये का था। उसमें ऊर्जा विभाग, परिवार कल्याण और पशुपालन जैसे क्षेत्रों को ज्यादा पैसा मिला था। इस बार बजट बड़ा होने से ज्यादा योजनाओं को कवर किया जा सकेगा। सरकार का लक्ष्य है कि उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाना, और इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर और बेसिक सुविधाओं को मजबूत करना जरूरी है।
यह अनुपूरक बजट उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए अच्छी खबर है। इससे सड़कें, बिजली, स्वास्थ्य और गांवों का विकास तेज होगा। योगी सरकार विकास को प्राथमिकता दे रही है, और यह बजट उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उम्मीद है कि इससे राज्य में रोजगार बढ़ेगा और लोगों का जीवन आसान होगा। विधानसभा में इस बजट पर चर्चा के बाद इसे मंजूरी मिलने की संभावना है।