UP Eid 2025: ईद से पहले UP में प्रशासन पूरी तरह एक्शन में आ गया है। अलग-अलग जिलों में मुस्लिम समाज के जाने माने चेहरों को बुलाकर बैठक की जा रही है। नमाज को लेकर नए नियम बनाए जा रहे हैं। सुरक्षा इंतजामों को परखा जा रहा है। खासतौर पर उन इलाकों में जो संवेदनशील माने जाते हैं।
UP Eid 2025: मेरठ में फरमान, अलीगढ़ में फरमान और संभल में फरमान - जी हां, नया फरमान ईद को लेकर है। फरमान यह है कि नमाज या तो मस्जिदों में अदा की जाए या फिर ईदगाह में। किसी भी सूरत में नमाज को सड़कों पर अदा करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इतना ही नहीं, किसी के घर की छत पर भी नमाज की अनुमति देने से साफ-साफ इनकार कर दिया गया है। दरअसल, ईद से पहले यूपी में प्रशासन पूरी तरह एक्शन में आ गया है। अलग-अलग जिलों में मुस्लिम समाज के जाने-माने चेहरों को बुलाकर बैठक की जा रही है, और नए नियम बनाए जा रहे हैं - खासतौर पर उन इलाकों में, जो संवेदनशील माने जाते हैं।
यूपी की योगी सरकार ईद, नवरात्र और रामनवमी को लेकर किसी भी तरह की चूक की गुंजाइश छोड़ने के मूड में नहीं है। हालात बिगाड़ने की साजिश रचने वालों से सख्ती से निपटने के निर्देश प्रशासन को दिए गए हैं। अलीगढ़ में प्रशासन ने मुस्लिम समाज के लोगों के साथ बैठक कर न सिर्फ उनकी समस्याएं सुनीं, बल्कि नमाज को लेकर दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए। उधर, मेरठ में पिछले साल से सबक लेकर प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना हो गया है। बुधवार को मेरठ में भी पुलिस ने मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ बैठक में साफ किया कि सड़क पर नमाज की इजाजत नहीं है।
मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम के अनुसार, दोनों त्योहारों को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं, सीसीटीवी कैमरों से भी शहर में गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। साथ ही सोशल मीडिया पोस्ट पर भी निगरानी की जा रही है।
संभल में ईद और रामनवमी को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट है। कोई अनहोनी न हो, इसके लिए हर मुमकिन कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशासन ने दोनों समुदायों को बुलाकर पीस कमेटी की बैठक की, जिसमें साफ कर दिया गया कि ईद की नमाज न तो सड़कों पर होगी और न ही घर की छतों पर। संभल के संवेदनशील माहौल को देखते हुए आने वाले त्योहार पुलिस प्रशासन के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं हैं। इससे निपटने के लिए संवेदनशील इलाकों में जरूरत के मुताबिक पुलिस फोर्स की तैनाती की जाएगी। मुस्लिम समाज ने भी भरोसा दिलाया कि प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन किया जाएगा ताकि त्योहार शांति के साथ संपन्न हो सकें।