लखनऊ

UP सरकार और मोनाश यूनिवर्सिटी के बीच ऐतिहासिक एमओयू, शिक्षा में आएगा वैश्विक बदलाव

UP Government International Education Tie-Up : उत्तर प्रदेश सरकार और ऑस्ट्रेलिया की प्रतिष्ठित मोनाश यूनिवर्सिटी के बीच गुरुवार को एक ऐतिहासिक समझौता हुआ। इस एमओयू से राज्य के शिक्षकों और छात्रों को वैश्विक मंच मिलेगा। यह साझेदारी शोध, नवाचार और तकनीकी सहयोग के ज़रिये प्रदेश की शिक्षा प्रणाली को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी।

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May 29, 2025
फोटो सोर्स : Patrika: भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों को नया शैक्षणिक आयाम देगा यह समझौता

UP Government Monash University Partnership: उत्तर प्रदेश सरकार और ऑस्ट्रेलिया की प्रतिष्ठित मोनाश यूनिवर्सिटी के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस साझेदारी का उद्देश्य प्रदेश के बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्रों एवं शिक्षकों को शोध-अनुसंधान, प्रशिक्षण एवं तकनीकी सहयोग के माध्यम से शिक्षा की गुणवत्ता को एक नई ऊँचाई देना है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा को केवल डिग्री अर्जन का माध्यम नहीं, बल्कि राज्य के समग्र विकास की धुरी मानती है। उन्होंने इस साझेदारी को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की भावना के अनुरूप बताते हुए कहा कि यह बहुआयामी अधिगम, कौशल विकास और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को गति देगा।

गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय बनेगा सहयोग का केंद्र

इस सहयोग का केंद्र गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय होगा, जो इस साझेदारी को धरातल पर उतारने में अहम भूमिका निभाएगा। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के कुलपति को इस उत्तरदायित्व का सफल निर्वहन सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया।

मोनाश यूनिवर्सिटी की विशेषज्ञता

मोनाश यूनिवर्सिटी, जो विश्व की अग्रणी अनुसंधान आधारित संस्थाओं में से एक है, ने इस साझेदारी के माध्यम से उत्तर प्रदेश के शिक्षकों और छात्रों को वैश्विक स्तर के प्रशिक्षण और शोध के अवसर प्रदान करने का संकल्प लिया है। विश्वविद्यालय के कुलपति, जो हिंदी भाषा में निपुण हैं और जिन्होंने बिजनौर (उत्तर प्रदेश) में अपने पूर्व प्रवास के दौरान गहन सामाजिक-सांस्कृतिक समझ विकसित की है, ने मुख्यमंत्री से संवाद में कहा कि यह समझौता भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को एक नए शैक्षणिक और सांस्कृतिक आयाम पर ले जाएगा।

प्रो. मनीषा की भूमिका

इस समझौते को मूर्त रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली दिल्ली विश्वविद्यालय की पूर्व प्रोफेसर और वर्तमान में मोनाश यूनिवर्सिटी से संबद्ध प्रो. मनीषा ने बताया कि मोनाश में प्रतिवर्ष लगभग 30,000 शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, जिनमें अफगानिस्तान और म्यांमार जैसे युद्धग्रस्त देशों के शिक्षक भी शामिल हैं। अब उत्तर प्रदेश के शिक्षकों को भी इसी स्तर का प्रशिक्षण सुलभ हो सकेगा।

उपस्थित गणमान्य व्यक्ति

इस अवसर पर मोनाश यूनिवर्सिटी से प्रो. क्रेग जेफ्री, डिप्टी वाइस चांसलर (इंटरनेशनल) एवं सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, डॉ ग्रेग कुसैक, चीफ ऑफ कोर्सवर्क ऑफिसर एवं डिप्टी डीन, प्रोफेसर मनीषा प्रियम, ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग से डिप्टी हाई कमिश्नर निक मैककैफ्री, जॉर्ज थिवेओस, मंत्री-परामर्शदाता (शिक्षा एवं अनुसंधान), नथानियल वेब, फर्स्ट सेक्रेटरी (शिक्षा एवं अनुसंधान), क्लार्क, परामर्शदाता ए/जी (आर्थिक) टॉम ओवरटन, प्रो. राणा पी. सिंह, कुलपति, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, प्रदेश सरकार के बेसिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभागों के मंत्रीगण, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारीगण एवं मोनाश यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए उन्हें उत्तर प्रदेश की ‘एक जिला-एक उत्पाद’ योजना के अंतर्गत निर्मित विशिष्ट उत्पाद भेंट किए, जो राज्य की सांस्कृतिक विविधता और उद्यमशीलता का प्रतीक हैं।

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