Residential Scheme in UP: उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद लखनऊ, चित्रकूट सहित प्रदेश के विभिन्न शहरों में 16 नई आवासीय योजनाएं शुरू करने जा रही है। लखनऊ की सौमित्र विहार योजना को 25 दिसंबर, सुशासन दिवस पर लॉन्च करने की तैयारी है। अगले दो वर्षों में 13045 एकड़ भूमि पर परियोजनाएँ विकसित होंगी।
UP Housing Board Launch 16 New Residential Project: उत्तर प्रदेश में आवासीय विकास को नई दिशा देने के लिए उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। प्रदेश के छोटे-बड़े शहरों में आधुनिक एवं योजनाबद्ध आवास उपलब्ध कराने के उद्देश्य से परिषद ने कुल 16 नई आवासीय परियोजनाए शुरू करने की तैयारी तेज कर दी है। इनमें सर्वाधिक चर्चित परियोजना लखनऊ की सौमित्र विहार आवासीय योजना है, जिसे इसी माह 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन, जिसे सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है, पर लॉन्च करने की योजना है। इन परियोजनाओं को अगले दो वर्षों में चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा। परिषद ने इसके लिए 13045 एकड़ से अधिक भूमि चिह्नित की है, जिसमें शहरी आबादी की बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए आधुनिक सुविधाओं से युक्त नई कालोनियां बसाई जाएँगी। परिषद के अनुसार, ये योजनाएँ न केवल आवास उपलब्ध कराएंगी बल्कि संबंधित शहरों की आधारभूत संरचना को भी मजबूत बनाएँगी।
लखनऊ की सौमित्र विहार योजना: चार वर्ष से चल रही प्रक्रिया अब अंतिम चरण में
लखनऊ में नई जेल रोड पर विकसित की जाने वाली सौमित्र विहार योजना परिषद की सबसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक है। यह परियोजना पिछले चार वर्षों से प्रक्रिया में थी और अब यह अंतिम चरण में प्रवेश कर चुकी है। इस योजना को लैंड पूलिंग मॉडल पर विकसित किया जा रहा है, जो प्रदेश में अपनी तरह का एक प्रमुख प्रयास है। परिषद ने इस योजना में भूमि देने वाले किसानों के लिए लॉटरी प्रक्रिया पूरी कर ली है। किसानों को उनकी हिस्सेदारी के अनुसार आवंटित भूखंडों की रजिस्ट्री कराई जा रही है। जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होती है, परियोजना के लिए पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) खोल दिया जाएगा, जिसके बाद आम नागरिक इन भूखंडों के लिए आवेदन कर सकेंगे। लैंड पूलिंग मॉडल की सफलता का संकेत यह है कि किसानों का विश्वास इस योजना में शुरुआती चरण से ही जुड़ा रहा है। उन्हें उनकी भूमि के मूल्य के अनुरूप विकसित भूखंड वापस मिलेंगे, जिससे उनकी संपत्ति का मूल्य कई गुना बढ़ने की संभावना है।
परिषद ने सौमित्र विहार योजना को 25 दिसंबर को लॉन्च करने का निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि यह तिथि अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है। उनका लखनऊ से गहरा भावनात्मक और राजनीतिक संबंध रहा है। इसलिए इस योजना का शुभारंभ भी राजधानी के लिए ऐतिहासिक माना जा रहा है।
लॉन्च समारोह में-
प्रदेश सरकार का मानना है कि इस तरह की योजनाएं न केवल युवाओं और मध्यमवर्ग को आवास प्रदान करेंगी बल्कि लखनऊ के विकास को और सशक्त बनाएंगी।
परिषद की निदेशक मंडल की बैठक 10 दिसंबर को प्रस्तावित है। इस बैठक में चित्रकूट सहित उन सभी 16 योजनाओं पर मुहर लग सकती है जिन्हें दो वर्षों में विकसित किया जाना है। चित्रकूट में आने वाली परियोजनाएं धार्मिक पर्यटन को ध्यान में रखते हुए तैयार की जा रही हैं, ताकि तीर्थ यात्रियों और स्थानीय निवासियों को सुरक्षित, आधुनिक और स्वच्छ आवासीय वातावरण उपलब्ध कराया जा सके। दूसरी ओर, कानपुर, गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ और शाहजहांपुर जैसे शहरों में भी प्रस्तावित आवासीय योजना तैयार हैं। इन नगरों में बढ़ती आबादी और तेजी से बदलते शहरी ढांचे को देखते हुए नई योजनाएं अत्यंत आवश्यक मानी जा रही हैं।
प्रदेश की इन 16 नई आवासीय योजनाओं में कई आधुनिक सुविधाओं को शामिल करने की तैयारी है, जैसे--
पूरे प्रदेश में परिषद ने जो 13045 एकड़ जमीन चिह्नित की है, वह यूपी में आवासीय विस्तार का एक बड़ा संकेत है। आगामी वर्षों में इस भूमि पर विकसित होने वाली आवासीय योजनाओं से-