UP IMD Alert: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आगामी तीन दिनों तक आंधी और बारिश की संभावना जताई है। सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी, गाजीपुर, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और सीतापुर में विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
UP IMD Thunderstorm Alert: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में आगामी तीन दिनों तक तेज हवाओं, आंधी और बारिश की चेतावनी जारी की है। यह अलर्ट 18 से 20 अप्रैल के बीच के लिए है। मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान राज्य के पूर्वी और मध्य हिस्सों में बिजली चमकने और गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना है।
जिन जिलों को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है उनमें सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी, गाजीपुर, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और सीतापुर प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन जिलों में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है, साथ ही 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं।
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने इस पूर्वानुमान के मद्देनजर अलर्ट मोड में आना शुरू कर दिया है। स्कूलों को स्थानीय मौसम की स्थिति के आधार पर खोलने या बंद करने के निर्देश जिला स्तर पर दिए जा सकते हैं। साथ ही किसानों को भी सलाह दी गई है कि वह अपनी फसलों को सुरक्षित स्थान पर रखें और खुले में रखे सामान को अच्छी तरह ढक लें।
मौसम विभाग के विशेषज्ञों का मानना है कि बारिश का यह दौर कुछ समय के लिए किसानों के लिए राहत लेकर आ सकता है, लेकिन आंधी और ओलावृष्टि की संभावनाओं को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। गेहूं, आम, लीची और सब्जियों की फसलों पर इसका सीधा असर हो सकता है।
बीते कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहे तापमान से लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर, झांसी जैसे शहरों में पारा 40 डिग्री के पार जा चुका था। ऐसे में यह बारिश लोगों को कुछ दिन के लिए गर्मी से राहत दे सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, इन बारिशों के बाद तापमान में 3 से 5 डिग्री की गिरावट संभव है।
IMD ने अपनी बुलेटिन में स्पष्ट किया है कि इस दौरान लोग अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें, खासकर बिजली की गरज-चमक के समय पेड़ों के नीचे खड़े होने या खुले मैदानों में जाने से बचें। साथ ही छतों पर रखे सामानों को बांध कर रखें ताकि तेज हवाओं से नुकसान न हो।
इस दौरान कुछ जिलों में स्कूलों के संचालन पर भी असर पड़ सकता है। बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं और तेज बारिश व आंधी के कारण छात्र-छात्राओं को आने-जाने में दिक्कतें हो सकती हैं। ऐसे में प्रशासन ने विशेष इंतजाम करने की बात कही है।
सरकार की ओर से लोगों से अपील की गई है कि वे मौसम विभाग की चेतावनी को हल्के में न लें। स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में राहत व बचाव दलों से संपर्क करें। मौसम विभाग की दीर्घकालिक भविष्यवाणी के अनुसार इस बार मानसून भी सामान्य से बेहतर रहने की उम्मीद है। वैश्विक जलवायु स्थितियां जैसे ला नीना और इंडियन ओशियन डिपोल अभी तटस्थ हैं जो अच्छे मानसून के संकेत देते हैं। इसका लाभ खरीफ की फसलों को मिल सकता है।