Indian Agriculture: उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद (उपकार) की बैठक में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को मेंथा की रोपाई करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय मेंथा की खेती के लिए उपयुक्त है। उचित तकनीकों के साथ रोपाई करने से बेहतर पैदावार मिलेगी। वैज्ञानिकों ने पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान में रखने की अपील की है।
Agriculture News Mentha Farming: उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद (उपकार) की फसल मौसम सतर्कता समूह की बैठक में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी कि वर्तमान समय में मेंथा की रोपाई के लिए उपयुक्त है। इसलिए, जो खेत खाली पड़े हैं, उनमें मेंथा की रोपाई करें। वैज्ञानिकों का कहना है कि लाइन से लाइन रोपाई या मेड़ बनाकर रोपाई करने से मेंथा की पैदावार अधिक होगी। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि पर्यावरण सुरक्षा के मद्देनजर मेंथा की खेती सिर्फ तराई क्षेत्रों में ही की जाए।
कृषि वैज्ञानिकों ने तापमान में संभावित वृद्धि के मद्देनजर किसानों को खेतों में पर्याप्त नमी बनाए रखने की सलाह दी। साथ ही, खाली खेतों की मृदा जांच कराने और परिणामों के आधार पर संस्तुत उर्वरकों का उपयोग करने की भी बात कही।
कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि किसानों को समय पर उर्वरकों और कीटनाशकों का प्रयोग करके अपनी फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। साथ ही, जलवायु परिवर्तन के कारण संभावित गर्मी और सूखे के प्रभाव से बचने के लिए सिंचाई और जल संरक्षण की उचित व्यवस्था बनाए रखनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश सरकार मेंथा (पुदीना) की खेती को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं और सहायता प्रदान करती है। यूपी भारत में मेंथा उत्पादन का सबसे बड़ा केंद्र है और किसानों को इसकी खेती के लिए वित्तीय और तकनीकी सहायता मिलती है।
1.सब्सिडी और वित्तीय सहायता
सरकार मेंथा की खेती के लिए अनुदान और सब्सिडी देती है, जिससे छोटे और मध्यम किसानों को आर्थिक मदद मिलती है।
कृषि विभाग बीज, खाद और अन्य जरूरी संसाधनों पर सहायता प्रदान करता है।
2. तकनीकी और वैज्ञानिक मदद
3.कृषि यंत्रों पर सब्सिडी
मेंथा की खेती के लिए इस्तेमाल होने वाले कृषि यंत्रों (जैसे डिस्टिलेशन यूनिट, सिंचाई उपकरण) पर सरकार अनुदान देती है।
4.किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम
सरकार समय-समय पर किसानों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करती है, जहां उन्हें मेंथा की खेती और डिस्टिलेशन की आधुनिक तकनीकों की जानकारी दी जाती है।
5.बाजार उपलब्धता और समर्थन मूल्य
सरकार किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए बाजार व्यवस्था को सुदृढ़ करती है।
कई सरकारी एजेंसियां मेंथा तेल की खरीद में सहायता करती हैं, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिलता है।
6.जलवायु अनुकूल खेती
मेंथा की खेती के लिए आवश्यक जलवायु और मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने के लिए सरकार विशेष योजनाएं चलाती है, जिससे पैदावार बढ़ती है।
7.ऋण योजनाएं
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) और अन्य योजनाओं के तहत मेंथा किसानों को आसान ऋण उपलब्ध कराया जाता है।
उत्तर प्रदेश सरकार मेंथा की खेती को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की आर्थिक और तकनीकी सहायता प्रदान कर रही है। इससे किसानों को अच्छी पैदावार और बेहतर मुनाफा मिल रहा है। यदि आप मेंथा की खेती करना चाहते हैं, तो कृषि विभाग या स्थानीय कृषि अधिकारी से संपर्क कर इन योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।