लखनऊ

UP Mock drill: युद्ध जैसी स्थिति में तैयारियों की परीक्षा: यूपी के 19 जिलों में आज मॉक ड्रिल, जानिए कब और कहां बजेगा सायरन

Mock drill UP: भारत और पाकिस्तान के बीच जंग जैसे हालात बन गए हैं। इसे लेकर सात मई को भारत के कई राज्यों में मॉक ड्रिल की जा जाएगी। आइये जानते हैं कि यूपी के किन 19 जिलों में किस समय बजेगा युद्ध का सायरन और शुरू होगा, ब्लैकआउट मॉकड्रिल।

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May 07, 2025
उत्तर प्रदेश के 19 जिलों में युद्ध सायरन मॉक ड्रिल: समय, स्थान और नागरिकों के लिए दिशा-निर्देश

UP Mock Drill 19 District War Siren: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने 7 मई 2025 को देशभर में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस अभ्यास का उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में सतर्कता और सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक करना है।

मॉक ड्रिल का उद्देश्य

मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य युद्ध जैसी आपातकालीन स्थितियों में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और प्रशासनिक तैयारियों की जांच करना है। इस अभ्यास के दौरान सायरन बजाएं जाएंगे, ब्लैकआउट किया जाएगा, और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए निर्देशित किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश के 19 जिलों में मॉक ड्रिल का समय

उत्तर प्रदेश के 19 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इन जिलों को उनकी संवेदनशीलता के आधार पर तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है:

श्रेणी A

नरोरा (बुलंदशहर): शाम 4:00 बजे

श्रेणी B

  • कानपुर: सुबह 9:30 बजे और शाम 4:00 बजे
  • आगरा: रात 8:00 बजे
  • प्रयागराज: शाम 6:30 बजे
  • गाजियाबाद: सुबह 10:00 बजे और रात 8:00 बजे
  • झांसी: शाम 4:00 बजे
  • लखनऊ: शाम 7:00 बजे
  • मथुरा: शाम 7:00 बजे
  • मेरठ: शाम 4:00 बजे
  • सहारनपुर: शाम 4:00 बजे
  • बरेली: रात 8:00 बजे
  • गोरखपुर: शाम 6:30 बजे
  • मुरादाबाद: दोपहर 12:00 बजे
  • चंदौली: शाम 7:00 बजे
  • सरसावा: शाम 4:00 बजे
  • वाराणसी: समय निर्धारित नहीं हुआ है

श्रेणी C:

  • बागपत: शाम 7:00 बजे
  • मुजफ्फरनगर: समय निर्धारित नहीं हुआ है
  • बक्शी का तालाब (लखनऊ): गृह मंत्रालय के आदेशानुसार, इस क्षेत्र में मॉक ड्रिल का मीडिया कवरेज नहीं किया जाएगा।

नागरिकों के लिए दिशा-निर्देश

  • सायरन बजने पर घबराएं नहीं: यह एक अभ्यास है, वास्तविक आपातकाल नहीं।
  • ब्लैकआउट के दौरान: अपने घरों और कार्यालयों की लाइटें बंद रखें।
  • सुरक्षित स्थानों पर जाएं: सायरन बजने पर नजदीकी बंकर या सुरक्षित स्थानों की ओर जाएं।
  • प्रशासन के निर्देशों का पालन करें: सभी सरकारी निर्देशों और घोषणाओं का पालन करें।
  • अफवाहों से बचें: सोशल मीडिया या अन्य स्रोतों से प्राप्त अपुष्ट जानकारी पर विश्वास न करें।

मॉक ड्रिल के लाभ

  • सुरक्षा जागरूकता: नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में सही प्रतिक्रिया देने की जानकारी मिलती है।
  • प्रशासनिक तैयारी: सरकारी एजेंसियों की तैयारियों की जांच होती है।
  • संचार प्रणाली की जांच: सायरन और अन्य संचार माध्यमों की कार्यक्षमता का परीक्षण होता है।
  • सामाजिक समन्वय: नागरिकों और प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होता है।
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