UP STF Busts Inter-State Illegal Arms Racket: उत्तर प्रदेश एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है। अंतरराज्यीय अवैध शस्त्र तस्करी गिरोह के तीन सदस्यों को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से दो सेमी-ऑटोमेटिक पिस्टल, तीन कारतूस, मोबाइल और नगद बरामद हुए हैं। आरोपी बिहार और मध्य प्रदेश से हथियार लाकर यूपी में सप्लाई करते थे।
Illegal Arms Trafficking: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले संगठित गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। यह गिरोह बिहार और मध्य प्रदेश से निर्मित अवैध पिस्टलों को लाकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में ऊँचे दामों पर बेचता था। एसटीएफ की लखनऊ इकाई ने इन तस्करों को राजधानी लखनऊ के इन्दिरानगर थाना क्षेत्र स्थित अशोका अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं: हर्षित राय उर्फ लकी, पुत्र सुनील दत्त राय, निवासी अशोका अपार्टमेंट, इन्दिरा नगर, लखनऊ। मूल निवासी – ग्राम कुरौली, थाना दोहरीघाट, जनपद मऊ। उम्र – 23 वर्ष।
सुधांशु राय उर्फ बिहू, पुत्र डॉ. सतीश कुमार राय, निवासी – ग्राम सोनवानी, थाना करीमुद्दीनपुर, जनपद गाजीपुर। उम्र – 22 वर्ष। सुधांशु राय, पुत्र राजेश्वर राय, निवासी – ग्राम गौरीडीह, थाना दोहरीघाट, जनपद मऊ। उम्र – 18 वर्ष।
गिरफ्तारी के दौरान टीम ने आरोपियों के पास से निम्नलिखित वस्तुएं बरामद की:
गिरफ्तारी दिनांक 11 जुलाई 2025 को शाम 7:57 बजे फ्लैट नंबर-09, अशोका अपार्टमेंट, गणेश विहार कॉलोनी, तकरोही, थाना इन्दिरानगर, लखनऊ में की गई।
एसटीएफ को पिछले कुछ समय से सूचना मिल रही थी कि उत्तर प्रदेश में अवैध हथियारों की आपूर्ति करने वाले गिरोह सक्रिय हैं। इस सिलसिले में एसटीएफ की टीम को खुफिया सूचनाएं एकत्र करने और आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह के पर्यवेक्षण में उप निरीक्षक तेज बहादुर सिंह के नेतृत्व में प्रयागराज में भ्रमण कर रही टीम को विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली कि अशोका अपार्टमेंट, लखनऊ में यह गिरोह ठहरा हुआ है।
सूचना की पुष्टि के बाद टीम ने योजनाबद्ध तरीके से घेराबंदी कर तीनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे एक संगठित गिरोह के सदस्य हैं, जो बिहार और मध्य प्रदेश से अवैध रूप से निर्मित पिस्टल को खरीदते हैं। एक पिस्टल की खरीद कीमत ₹25,000 होती है जिसे उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों और अन्य राज्यों में ₹40,000 से ₹50,000 में बेचा जाता है। अब तक यह गिरोह कई बार उत्तर प्रदेश में हथियारों की सप्लाई कर चुका है। आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे पहले भी कई बार अवैध हथियार लाकर प्रदेश में वितरित कर चुके हैं।
गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थाना इन्दिरानगर, लखनऊ में संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस अब इनके अन्य साथियों और नेटवर्क की तलाश में जुट गई है।
उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्तियों की सूचना तत्काल पुलिस को दें, जिससे इस तरह के अपराधों को समय रहते रोका जा सके। यह कार्रवाई प्रदेश में अपराध और असलहों की अवैध तस्करी के विरुद्ध एसटीएफ की सक्रियता और प्रतिबद्धता का परिचायक है।