UP Weather Alert: उत्तर प्रदेश में उमस भरी गर्मी के बीच राहत की खबर सामने आई है। दशहरा के पहले प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम ने करवट ली है और अगले दो दिनों के भीतर तूफानी बारिश और वज्रपात की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के 25 से अधिक जिलों में अलर्ट जारी किया है। बारिश से तापमान में गिरावट आएगी और मौसम सुहावना होगा।
UP Weather Alert: उत्तर प्रदेश के पूर्वी भागों में सोमवार से अगले दो दिन के लिए तूफानी बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की गई है। लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक नए कम दबाव क्षेत्र के असर से अगले कुछ दिनों तक प्रदेश के कई पूर्वी जिलों में कहीं छिटपुट तो कहीं हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इससे तापमान में गिरावट आएगी और प्रदेशवासियों को उमस से राहत मिलेगी।
अक्टूबर की बारिश से प्रदेश का तापमान कुछ हद तक कम होगा। रविवार को सबसे अधिक तापमान आगरा में 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अन्य जिलों में यह 35-36 डिग्री के बीच रहा। इस बीच पूर्वांचल के कई जिलों में रविवार दोपहर से ही आसमान में बादलों का डेरा था और हवाओं के कारण मौसम खुशनुमा बना हुआ है।
मौसम विभाग ने कौशांबी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, सुल्तानपुर, अयोध्या, और अंबेडकरनगर जिलों में गरज के साथ बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में बारिश की संभावना अगले 48 घंटों तक बनी रहेगी। इससे तापमान में 3-4 डिग्री की गिरावट हो सकती है, जिससे मौसमी राहत मिलने की उम्मीद है। वहीं, मौसम विभाग ने जनता को सचेत किया है कि वे सावधानी बरतें, विशेष रूप से बिजली गिरने की संभावना वाले क्षेत्रों में।
प्रदेश में उमस भरी गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है, लेकिन अक्टूबर की यह बारिश लोगों को काफी हद तक राहत देगी। हालांकि, बारिश के साथ-साथ वज्रपात का खतरा भी बना हुआ है। इसलिए, किसानों और आम नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद संबंधित जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों ने भी आवश्यक तैयारी शुरू कर दी है। वज्रपात और तूफानी बारिश के कारण होने वाली संभावित क्षति को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। लोगों को घरों में रहने, पेड़-पौधों और खुले स्थानों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
अलर्ट जारी होते ही संबंधित जिलों के प्रशासनिक अधिकारी सतर्क हो गए हैं और उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। वज्रपात और तेज बारिश के कारण होने वाले हादसों से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में लोगों को घरों में रहने, बिजली उपकरणों से दूर रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी जा रही है।
रविवार को प्रदेश के आगरा में सबसे अधिक तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मेरठ में 35.9 डिग्री, प्रयागराज में 35.7 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। न्यूनतम तापमान की बात करें तो मुजफ्फरनगर में सबसे कम 20.9 डिग्री, गाजीपुर में 21.5 डिग्री और चुर्क व नजीबाबाद में 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कौशांबी
प्रयागराज
प्रतापगढ़
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मिर्जापुर
चंदौली
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अयोध्या
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