Kanha National Park एमपी का यह नेशनल पार्क सबसे खतरनाक इलाका बन गया है। यहां का माहौल कुछ ऐसा हो गया कि 1 हजार सुरक्षा और वनकर्मी दिन रात गश्त कर रहे हैं।
Kanha National Park कान्हा नेशनल पार्क सबसे खतरनाक इलाका बन गया है। यहां का माहौल कुछ ऐसा हो गया कि 1 हजार सुरक्षा और वनकर्मी दिन रात गश्त कर रहे हैं। नेशनल पार्क की घटना पर विधानसभा में भी घमासान हो रहा है। मध्यप्रदेश के मंडला स्थित कान्हा नेशनल पार्क में पुलिस ने कथित नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक नक्सली को मार गिराने का दावा किया। आरोप है कि नक्सली के नाम पर पुलिस ने एक निरीह आदिवासी को मार डाला जिसपर विधानसभा में कांग्रेसी विधायक विरोध जता रहे हैं।
कान्हा नेशनल पार्क में आदिवासी एनकाउंटर मामले पर मंगलवार को सदन में हंगामा हुआ। ध्यानाकर्षण के दौरान कांग्रेस विधायकों ने मामला उठाया, मांग पूरी न होने पर कांग्रेस विधायक गर्भ ग्रह में जा पहुंचे और नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में घटना के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉक आउट किया।
इधर मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। मुख्यमंत्री 10 लाख की आर्थिक सहायता देने के वादा कर चुके हैं। कांग्रेस विधायकों की मांग पर मंत्री पटेल ने यह भी कहा कि यदि जांच में पाया जाता है कि मृत आदिवासी नक्सली नहीं था तो उसके परिवार के वरिष्ठ सदस्यों को नौकरी दी जाएगी। एक करोड रुपए भी दिए जाएंगे।
कान्हा नेशनल पार्क में पुलिस और नक्सलियों की कथित मुठभेड़ 10 मार्च को हुई थी। अधिकारियों ने बताया था कि पुलिस के एक दल और 18 से 20 नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। कई घंटों चली मुठभेड़ के बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
दो नक्सल समर्थकों को किया गया गिरफ्तार
एसपी मंडला रजत सकलेचा ने बताया कि नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की टीमें जंगल में पहुंच गई। यहां 18-20 नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई। इसके बाद एक नक्सली का शव बरामद कर लिया गया है। नक्सलियों के दो समर्थकों को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया।
एक हजार कर्मचारी लगा रहे गश्त
घटना पर उठे विवाद के बाद कान्हा नेशनल पार्क का अमला कान्हा के कोर और बफर जोन में संयुक्त रूप से गश्ती अभियान चला रहा है। बताया गया कि त्यौहार को देखते हुए जंगलों में लकड़ी कटाने वाले और वन्य प्राणियों का शिकार करने वाले अपराधी सक्रिय हो जाते है। इन्हीं अपराधियों पर नजर रखने के लिए कान्हा टाइगर रिजर्व के वन कर्मी कोर व बफर जोन में अलर्ट है।
पार्क प्रबंधन ने कोर व बफर जोन में करीब एक हजार वन कर्मियों की संयुक्त टीम बनाई है। वन और सुरक्षा कर्मी कान्हा क्षेत्र के कोर एरिया के 941.792 वर्ग किमी और बफर एरिया के 1134.319 वर्ग किमी क्षेत्र में रात दिन गश्त कर रहे हैं।