मंदसौर.जलजीवन मिशन में राजगढ़ जिले का गांव कुंडीबेह में २४ घंटे नल-जल सप्लाई हेा रही है। जो एक उदाहरण बन गया है। यहां पर केंद्र और राज्य के कई अफसर अब उस गांव को देखने जाएंगे। वही दूसरी ओर मंदसौर जलजीवन मिशन में नलजल योजना में इस तरह की उपलब्धि को लेकर सोच भी नहीं […]
मंदसौर.
जलजीवन मिशन में राजगढ़ जिले का गांव कुंडीबेह में २४ घंटे नल-जल सप्लाई हेा रही है। जो एक उदाहरण बन गया है। यहां पर केंद्र और राज्य के कई अफसर अब उस गांव को देखने जाएंगे। वही दूसरी ओर मंदसौर जलजीवन मिशन में नलजल योजना में इस तरह की उपलब्धि को लेकर सोच भी नहीं सकते है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि इस योजना के काम के दौरान अधिकारियों ने मानकों का ध्यान नहीं रखा और कई तरह की कमियां रख दी गई। इसको लेकर पत्रिका ने खबर भी प्रकाशित की थी। पत्रिका की खबर पर मुहर हाल ही में ही जांच रिपोर्ट ने लगा दी है। जिला पंचायत सीईओ ने एक जांच रिपोर्ट बनाकर पंचायत राज संचालनालय संचालक को भेजी है। जिसमें कई तरह की कमियां और गड़बडिय़ां उजागर हुई है। अधिकारियों की माने तो अब इसमें कार्रवाई होगी।
संचालक पंचायत राज संचालनालय ने जलजीवन मिशन में नलजल योजना की जांच के निर्देश दिए थे। जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ अनुकूल जैन ने इसकी जांच पांच विकासखंडों में अलग-अलग टीमों से करवाई है। इसमें जनपद पंचायत मंदसौर से दो प्रतिवेदन, मल्हारगढ़ से छह प्रतिवेदन, सीतामऊ के 18 प्रतिवेदन, गरोठ से तीन प्रतिवेदन और भानपुरा से 10 जांच प्रतिवेदन भेजे है।
टोटियां नहीं तो सडक़ की मरम्मत मानक से नहीं की
जांच रिपोर्ट में बताया गया कि भानपुरा जनपद पंचायत क्षेत्र के गांव कालाकोट में यहां पर प्रति कनेक्शन तीस रुपए प्रतिमाह लिया जा रहा है। यहां पर अब तक नलों में स्टेंड नहीं लगाए गए और नल की टोटी भी नहीं लगाई है। ग्राम पंचायत संधारा में जांच रिपोर्ट में सामने आया कि नलों के स्टेंड कुछ जगह नहीं लगाए गए और नलों में टोटियां भी नहीं लगाई गई है। ग्राम पंचायत लेदीकला में की जांच में सामने आया कि यहां पर 50 रुपए प्रति कनेक्शन लिया जाता है। यहां पर नलों से गंदा पानी आ रहा है। इसका कारण है कि पाइपलाइन ही नाली में है। ग्राम पंचायत ढाबा में नलों में टोटियां नहीं लगाई गई है। कुछ जगह नलों के स्टेंड भी नहीं है।
पूरे गांव में पाइपलाइन नहीं बिछाई गई
गरोठ जनपद पंचायत क्षेत्र के गांव खजूरी दौडा में जांचकर्ताओं ने जांच में पाया गया यहां पर संबंधित ठेकेदार नहीं पाइपलाइन पूरे गांव में नहीं बिछाई। जांच अधिकािरयों ने लिखा कि 800 फीट तक पाईपलाइन की आवश्यकता है। जो नल लगाए है। वे सभी टूट चूके है। उनका स्ट्रक्चर बहुत हल्का है। घर से पूरी नली लगाकर कनेक्शन नहीं दिया गया है। कनेक्शन रोड किनारे दिया गया है। पानी की टंकी बनाई गई है। उसमें लीकेज हो रहा है।
इनका कहना….
जांच दलों ने जांच रिपोर्ट दी है। जिसकी जांच प्रतिवेदन पंचायत राज संचालनालय संचालक को भेजा है। कई जगह कमियां सामने आई है।
अनुकूल जैन, जिला पंचायत सीईओ।