Pashupatinath Temple : मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर की अष्टमुखी प्रतिमा में क्षरण और दरार छठे मुख तक पहुंची, मंदिर के पास चल रहा है पशुपतिनाथ लोक बनाने का काम।
Pashupatinath Temple :मध्य प्रदेश के 1200 साल पुराने पशुपतिनाथ मंदिर की अष्टमुखी प्रतिमा में क्षरण और दरार बढ़ते हुए दिखाई दे रही है। ये दरार अब प्रतिमा के छठवें मुख तक पहुंचती हुई दिखाई दे रही है। प्रतिमा की वर्तमान स्थिति को लेकर मंदसौर के पूर्व भाजपा विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया और मंदिर के ट्रस्टी विपिन जैन ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से चर्चा कर सुधार के लिए केमिकल एक्सपर्ट व बजट की मांग करने की बात कही है। यहां 20 नवंबर को 64वां प्रतिष्ठा महोत्सव होना है जिसकी तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं।
बता दें कि, मंदसौर के पूर्व विधायक और भाजपा नेता यशपाल सिंह सिसोदिया ने प्रतिमा पर धीरे-धीरे बढ़ रही दरार और क्षरण को लेकर एक्स पर एक पोस्ट किया था। उन्होंने अपने पोस्ट में मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव और भारत सरकार के पुरुतातत्व विभाग को टैग कर दिशा निर्देश देने एवं उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया था। हालांकि, उस समय मंदिर के मुख्य पुजारी राकेश भट्ट ने दावा किया था कि यह क्षरण और दरारे बहुत पुराने समय से है। पुजारी का मानना था कि जब से वह यहां पूजा कर रहे है तब से वह प्रतिमा को ऐसे ही देख रहे है।
वहीँ दूसरी तरफ मंदिर के आस-पास 'पशुपतिनाथ लोक' बनाने की तैयारी भी जोर-शोर से चल रही है। यह लोक दो चरणों में बनकर तैयार होगा। इसमें करीब 50 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। यहां अभी पहले चरण का काम चल रहा है। यही नहीं, मंदिर के पास से गुजरती शिवना नदी के शुद्धिकरण के लिए भी 29 करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि, पशुपतिनाथ की अष्टमुखी प्रतिमा चिकने, चमकदार व गहरे ताम्रवर्णीय आग्नेय पत्थर (copper-colored igneous stone) से बनी है। बताया जाता है कि दुनिया में भगवान शिव की यह ऐसी एकलौती प्रतिमा है।