मथुरा

Banke Bihari Corridor: वृंदावन की तस्वीर संग बदलेगी तकदीर, सिर्फ दर्शन ही नहीं, रोजगार भी देंगे बांके बिहारी

Banke Bihari Corridor: वृंदावन के बांके बिहारी कॉरिडोर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार इसको लेकर महत्वपूण फैसला सुनाया। इसके तहत यूपी सरकार मंदिर के कोष से प्राप्त धन का उपयोग कॉरिडोर के विकास के लिए पांच एकड़ जमीन खरीदने में कर सकेगी। हालांकि, कोर्ट ने यह शर्त रखी है कि अधिग्रहीत जमीन भगवान के नाम पर ही पंजीकृत की जाएगी।

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May 16, 2025
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को बांके बिहारी कॉरिडोर को लेकर महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है।

जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और जस्टिस एससी शर्मा की पीठ ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस फैसले को संशोधित किया, जिसमें मंदिर के आसपास की जमीन के अधिग्रहण के लिए मंदिर के धन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई थी। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद अब कॉरिडोर बनने से मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को भीड़भाड़ और अव्यवस्था से काफी हद तक मुक्ति मिल जाएगी। अनुमान है कि कॉरिडोर बनने के बाद एक साथ करीब छह हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। इसके अलावा, उनके लिए वेटिंग हॉल और पार्किंग जैसी बेहतर सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।

500 करोड़ के बांके बिहारी कॉरिडोर को मिली मंजूरी

वर्तमान में मंदिर का आंगन और बाहरी प्रांगण मिलकर लगभग 1450 श्रद्धालुओं की क्षमता रखते हैं, जबकि यहां रोजाना हजारों और विशेष अवसरों पर लाखों की संख्या में भक्त आते हैं। इससे उन्हें काफी परेशानी होती है। कॉरिडोर के बनने से इस समस्या का समाधान हो जाएगा। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया है कि मंदिर कोष से कॉरिडोर के लिए जमीन खरीदने के लिए 500 करोड़ रुपये तक की राशि का उपयोग किया जा सकेगा। सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी मिलने के बाद अब बांके बिहारी कॉरिडोर का काम जल्द ही शुरू हो सकता है।

ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के लिए प्रस्तावित माडल।

श्रद्धालुओं के लिए होंगी ये सुविधाएं

प्रशासन की ओर से तैयार किए गए नक्शे के अनुसार, कॉरिडोर में श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया है। यहां चौपहिया और दोपहिया वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होगी, साथ ही पैदल चलने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी अच्छे रास्ते बनाए जाएंगे। कॉरिडोर के बाहर सुनरख में पार्किंग बनेगी, जबकि बांके बिहारी मंदिर के सामने और देवराह बाबा घाट पर सस्पेंशन पुल का निर्माण किया जाएगा।

800 वर्ग मीटर में बनेंगीं पूजा की दुकानें

कॉरिडोर के निचले हिस्से में लगभग 800 वर्ग मीटर में पूजा सामग्री की दुकानें बनाई जाएंगी। तोड़ी जाने वाली दुकानों के दुकानदारों को यहां दुकानें दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, बांके बिहारी ब्रिज पार्किंग से कॉरिडोर तक लगभग 11 हजार वर्ग मीटर के रास्ते में यात्री विश्राम स्थल, पेयजल, शौचालय, वाई-फाई और फूडकोर्ट जैसी आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।

मंदिर की ओर जाने के लिए होंगे तीन रास्ते

बांके बिहारी कॉरिडोर तक ई-रिक्शा या गोल्फ कार्ट चलेंगे। मंदिर की ओर जाने के लिए तीन रास्ते होंगे, जिनमें प्रतीक्षा हॉल, सामान घर, प्रसाधन, शिशु देखभाल और चिकित्सा कक्ष जैसी सुविधाएं होंगी। बांके बिहारी कॉरिडोर के निर्माण से रोजगार के भी नए अवसर भी पैदा होंगे। कॉरिडोर के तहत बनने वाली नई दुकानें, यात्री विश्राम स्थल, फूड कोर्ट और पार्किंग जैसी सुविधाओं के संचालन और रख-रखाव के लिए स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।

Updated on:
16 May 2025 09:49 am
Published on:
16 May 2025 09:31 am
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