यूपी के एटा में जूता चुराई की रस्म के दौरान वर-वधू पक्ष में विवाद हो गया। पूरी रात दोनों पक्षों में पंचायत चली। पुलिस ने भी समझौते की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। रविवार को बरात बिना दुल्हन के लौट गई।
राजा का रामपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में शनिवार दोपहर कासगंज के एक गांव से बरात पहुंची। मौलवी ने निकाह भी पढ़ा दिया, लेकिन जूता चुराई की रस्म के दौरान दूल्हे ने जूता पहनाने के लिए साली का हाथ पकड़ लिया, जिस पर विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि दोपहर से रात और फिर सुबह तक पंचायत चली। पुलिस भी पहुंची। रविवार को बारात बिना दुल्हन लौट गई।
दरअसल, जूता चुराई की रस्म के दौरान साली ने अपने जीजा से रुपयों की मांग की। इस पर जीजा ने केवल 200 रुपये दिए, लेकिन साली 1000 रुपये मांग रही थी। इस पर दूल्हे ने उसका हाथ पकड़ लिया और कहा कि जूता पैर में पहनाओ तब रुपये मिलेंगे। इसी बात पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया।
दुल्हन के पिता ने बताया कि बेटी की शादी में उन्होंने क्षमता से अधिक खर्चा किया। खातिरदारी में कमी नहीं की, लेकिन दूल्हा पक्ष ने कोई भी नेग- दस्तूर नहीं पूरा नहीं किया।
हमने दूल्हे के पिता से हाथ जोड़कर माफी मांग ली और बेटी की विदाई की तैयारी करने लगे तभी लड़के की मां ने कहा कि लड़की को हम कार की डिक्की में डालकर ले जाएंगे। वहीं, लड़के की बहन ने कहा कि घर ले जाकर काटेंगे। यह सुनकर हम लोग डर गए और बेटी को विदा नहीं किया।