मथुरा

यूपी पंचायत चुनाव 2026 से पहले खूनी संघर्ष, दो पक्षों में ताबड़तोड़ चली गोलियां, प्रधान पर गंभीर आरोप

2026 पंचायत चुनावों से पहले मथुरा के गांवों में तनाव बढ़ने लगा है। नगला नेता गांव में प्रधान पद की रंजिश को लेकर हुए हमले ने एक युवक की जान ले ली।

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Dec 29, 2025
पंचायत चुनाव की रंजिश में चली गोलियां Source- Patrika

Mathura Firing News: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में पंचायत चुनावों की सरगर्मी बढ़ने के साथ ही गांवों में पुरानी रंजिशें फिर उभर रही हैं। जैंत थाना क्षेत्र के नगला नेता गांव में रविवार शाम हुई ताबड़तोड़ फायरिंग इसी का नतीजा बताई जा रही है। इस हमले में 20 साल के राधाकृष्ण की मौत हो गई, जबकि उसके बड़े भाई अनिल (23) गंभीर रूप से घायल है। आरोप वर्तमान ग्राम प्रधान योगेश सिंह और उनके परिवार पर लगा है।

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पुरानी रंजिश की जड़ें

गांव में उदयवीर सिंह का परिवार खेती से गुजारा करता है। उनका घर प्रधान योगेश सिंह के घर के ठीक सामने है। उदयवीर ने बताया कि पिछले पंचायत चुनाव में उसने योगेश के विरोधी उम्मीदवार को समर्थन दिया था। तब से दोनों पक्षों में तनाव चल रहा है। प्रधान पक्ष उसे देखते ही नाराज हो जाता था। यह रंजिश अब हिंसा में बदल गई। शुक्रवार को प्रधान पक्ष के लोगों ने उदयवीर के बेटे राधाकृष्ण को चौराहे पर घेरकर पीटा। वह किसी तरह बचकर घर पहुंचा। रविवार को परिवार ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। इससे प्रधान पक्ष और भड़क गया। शाम करीब 6:30 बजे प्रधान पक्ष के लोग उदयवीर के घर पहुंचे। घर के बाहर खड़े दोनों भाइयों पर पहले लाठी-डंडों से हमला किया, फिर गोलियां चलाईं। राधाकृष्ण के सिर में और अनिल के हाथ में गोली लगी। हमलावर फरार हो गए। दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां राधाकृष्ण की मौत हो गई। अनिल का इलाज जारी है।

पुलिस की कार्रवाई

सूचना मिलते ही एसपीकई थानों की फोर्स लेकर गांव पहुंचे। इलाके को छावनी में बदल दिया गया। परिवार की तहरीर पर प्रधान योगेश सिंह, उनके भाई नरेश और भतीजों अमित व दिनेश सहित चार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया। सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई। पुलिस ने कहा कि यह पुरानी चुनावी दुश्मनी का मामला है। दोषियों पर सख्त एक्शन लिया जाएगा।

2026 पंचायत चुनावों से कनेक्शन

उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव अप्रैल से जुलाई 2026 के बीच होने वाले हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची संशोधन और बैलेट पेपर छपाई की तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में गांवों में प्रधान पद की दावेदारी को लेकर पुरानी रंजिशें सिर उठा रही हैं। नगला नेता जैसे छोटे गांवों में भी सत्ता की लड़ाई हिंसक हो रही है।

Published on:
29 Dec 2025 02:12 pm
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