उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि शिक्षा का व्यवसायीकरण एक गंभीर समस्या है।
मथुरा। शिक्षा के व्यवसायीकरण को लेकर वृंदावन में संवैधानिक एवं संसदीय अध्यन संस्थान उत्तर प्रदेश द्वारा दो दिवसीय गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का उद्घाटन उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने किया।
शिक्षा का व्यवासायीकरण घातक
समय के बदलते दौर में शिक्षा का व्यवसायीकरण तेजी के साथ हो रहा है। जिससे शिक्षा के स्तर में निरंतर गिरावट आती जा रही है। इसी गंभीर विषय को लेकर संवैधानिक एवं संसदीय अध्यन संस्थान उत्तर प्रदेश द्वारा वृन्दावन में इस गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में तमाम विद्वानों और शिक्षाविदों ने भाग लिया और अपने अपने विचार और सुझाव प्रकट किए। कार्यक्रम का उद्घाटन, उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने किया और उन्होंने गोष्ठी में अपने विचार रखते हुए शिक्षा के व्यवसायीकरण से होने वाले दुष्परिणामों को रखा। वहीं शिक्षा में गुणवत्ता लाने का आह्वान भी किया।
बोर्ड परीक्षा में नहीं होगी नकल
मीडिया से हुई बातचीत के दौरान उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह एक समस्या है और संस्थान ने इसकी ओर ध्यान आकर्षित किया है ।बोर्ड परीक्षा में होने वाली नकल को लेकर उन्होंने कहा कि इस बार आपको नकल देखने को नहीं मिलेगी। प्राथमिक शिक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि सर्व शिक्षा अभियान के दौरान प्राइमरी स्कूलों को आधारभूत ढांचा उपलब्ध कराया जा रहा है। उत्तर प्रदेश की नई सरकार इस दिशा में गंभीरता से विचार कर रही है और प्राइमरी शिक्षा को गुणवान बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। धीरे-धीरे सब होगा। राम मंदिर की सुनवाई टल जाने पर कहा कि देश की सर्वोच्च न्यायालय पीठ विचार कर रही है, हम इस पर अपनी राय नहीं देंगे। राहुल को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने पर उन्होंने कहा ये उनकी पार्टी की परिपाटी है, उनका घरेलू मामला है।