सरयू नदी इन दिनों अपने उग्र रूप में है। पहाड़ों और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के चलते नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। जलस्तर बढ़ते ही तटवर्ती इलाकों में कटान तेज हो गई है। बिंदटोलिया में कटान के चलते एक व्यक्ति का मकान नदी में समा गया, जबकि नई बस्ती में पानी घुसने से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
UP flood news: मऊ में सरयू नदी इन दिनों अपने उग्र रूप में है। पहाड़ों और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के चलते नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। जलस्तर बढ़ते ही तटवर्ती इलाकों में कटान तेज हो गई है। बिंदटोलिया में कटान के चलते एक व्यक्ति का मकान नदी में समा गया, जबकि नई बस्ती में पानी घुसने से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
सिंचाई विभाग ने बिंदटोलिया में कटान रोकने के लिए चार ठोकर बनाए हैं, लेकिन कटान प्रोजेक्ट पूरा न होने से स्थिति गंभीर बनी हुई है। शनिवार को गांव के चकबहादुर का आधा मकान भी नदी में विलीन हो गया। खेतों में पानी भरने से फसलें जलमग्न हो रही हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान की आशंका है।
गौरी शंकर घाट पर शनिवार को नदी का जलस्तर 70 मीटर दर्ज किया गया, जो शुक्रवार के मुकाबले 25 सेंटीमीटर अधिक है। खतरा बिंदु 69.90 मीटर है। जलस्तर बढ़ने से दोहरीघाट क्षेत्र के धनौली रामपुर, लोहड़ा, नई बाजार, नौली, चिउंटीडांड़, बहादुरपुर, सरया, पतनई, गोधनी, बीबीपुर, ठाकुरगांव, जमीरा चौराडीह, बेलौली और महुआबारी समेत कई गांव बाढ़ के खतरे में हैं।
तेज धारा धनौली रामपुर-लोहड़ा बंधा, नौली-चिउंटीडांड़ रिंग बंधा और बीबीपुर-बेलौली बंधों पर लगातार दबाव बना रही है। ग्रामीणों में बंधों के टूटने की आशंका से दहशत का माहौल है। प्रशासन की टीम जलस्तर और कटान की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।