भीषण ठंड के कारण बच्चो की सुरक्षा के दृष्टिगत कक्षा 1 से लेकर 8 तक के विद्यालयों का समय जिलाधिकारी ने बदल दिया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी के अनुसार अब 10 बजे से ले कर अपराह्न 3 बजे तक किया जायेगा।
Cold Weather School Time: पूरे उत्तर प्रदेश में इस समय कड़ाके की ठंड और शीतलहर का प्रकोप लगातार बना हुआ है। ठंड के कारण जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है, खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए जिला प्रशासन ने अहम फैसला लिया है।
भीषण ठंड को ध्यान में रखते हुए कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के सभी विद्यालयों के समय में बदलाव किया गया है। मऊ जिलाधिकारी प्रवीण कुमार मिश्रा के निर्देशानुसार जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा इस संबंध में आधिकारिक आदेश जारी कर दिया गया है। जारी आदेश के अनुसार अब कक्षा 1 से 8 तक के विद्यालय सुबह 10 बजे से लेकर अपराह्न 3 बजे तक संचालित किए जाएंगे। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा और अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि यह निर्णय सभी बोर्डों पर लागू होगा। इसमें परिषदीय विद्यालयों के साथ-साथ सीबीएसई, आईसीएसई एवं अन्य बोर्डों से मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय भी शामिल हैं। सभी विद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि वे निर्धारित समय सारिणी का सख्ती से पालन करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें।
प्रशासन का कहना है कि सुबह के समय अत्यधिक ठंड और कोहरे के कारण बच्चों को विद्यालय पहुंचने में काफी दिक्कत होती है। कई स्थानों पर घना कोहरा छाया रहता है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ जाती है। इसके अलावा ठंड के कारण बच्चों के बीमार पड़ने का खतरा भी बना रहता है। इन्हीं सभी परिस्थितियों को देखते हुए बच्चों के हित में यह निर्णय लिया गया है।
अभिभावकों और शिक्षकों ने भी प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि समय में बदलाव से बच्चों को राहत मिलेगी और वे सुरक्षित वातावरण में पढ़ाई कर सकेंगे। जिला प्रशासन ने सभी विद्यालय प्रबंधन से अपील की है कि बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें तथा मौसम की गंभीरता को देखते हुए आवश्यक एहतियात बरतें।
फिलहाल, पूरे उत्तर प्रदेश में ठंड का असर जारी है और मौसम विभाग ने भी अगले कुछ दिनों तक शीतलहर बने रहने की संभावना जताई है। ऐसे में यह निर्णय बच्चों के स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद जरूरी और सराहनीय माना जा रहा है।