बच्चों की दुर्दशा देखते ही पुलिस अधीक्षक ने तत्काल कोतवाली प्रभारी को निर्देश दिए कि सभी बच्चों को जूते-चप्पल उपलब्ध कराए जाएं, ताकि उन्हें ठंड से बचाया जा सके। निर्देश मिलते ही कोतवाली प्रभारी द्वारा जूते-चप्पल और मिठाई मंगवाई गई।
Mau Police: मऊ जिले में 10 डिग्री की कपकपाती ठंड के बीच नंगे पांव खेलते बच्चों की तस्वीर ने पुलिस अधीक्षक इलामारन जी का दिल पसीजा दिया। शहर कोतवाल अनिल सिंह के साथ नगर भ्रमण के दौरान एसपी की नजर फुटपाथ किनारे झोपड़पट्टी में रहने वाले उन बच्चों पर पड़ी, जो ठंड से ठिठुरते हुए बिना जूते-चप्पल के खेल रहे थे।
बच्चों की दुर्दशा देखते ही पुलिस अधीक्षक इलामरन जी ने तत्काल कोतवाली प्रभारी को निर्देश दिए कि सभी बच्चों को जूते-चप्पल उपलब्ध कराए जाएं, ताकि उन्हें ठंड से बचाया जा सके। निर्देश मिलते ही कोतवाली प्रभारी द्वारा जूते-चप्पल और मिठाई मंगवाई गई। इसके बाद क्षेत्राधिकारी नगर अंजनी कुमार पांडे ने स्वयं बच्चों को जूते-चप्पल पहनाए और उन्हें सुरक्षित उनके निवास स्थान तक भेजा।
इस दौरान दो वर्षीय बच्ची कीर्ति की मां ने भावुक होकर बताया कि आर्थिक तंगी के कारण वह अपनी बच्ची को गर्म कपड़े और जूते-चप्पल नहीं दिला पा रही थीं। उन्होंने कहा कि आज साहब आए और हमारे बच्चों को ये जरूरी चीजें दीं, इसके लिए हम उनका दिल से धन्यवाद करते हैं।
पुलिस प्रशासन की इस मानवीय पहल ने ठंड में ठिठुरते मासूमों के चेहरों पर मुस्कान लौटा दी।