मुख्य चुनाव अधिकारी पर निशाना साधते हुए सपा सांसद ने चेतावनी देते हुए कहा “अगर एक भी मतदाता का नाम जानबूझकर काटा गया या डाटा अपलोड में साजिश की गई, तो संबंधित अधिकारियों की खैर नहीं। मेरे खिलाफ मुकदमा करना है तो कर लें, लेकिन लोकतंत्र से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा।”
Mau Sir News: निर्वाचन आयोग की SIR प्रक्रिया में भारी अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए सपा सांसद राजीव राय ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर चुनाव आयोग पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि जिले के 17 लाख मतदाताओं में से अब तक मात्र 1 लाख का ही डाटा ऑनलाइन अपलोड हो पाया है, जबकि अंतिम तिथि में केवल 12 दिन बचे हैं। ऐसे में शेष 16 लाख मतदाताओं का रिकॉर्ड समय पर अपलोड होना असंभव लगता है।
राजीव राय ने आरोप लगाया कि “दिल्ली में बैठे मुख्य चुनाव आयोग के ज्ञानेश गुप्ता नीचे के अधिकारियों पर दबाव डालकर लोकतंत्र का गला घोंटने की साजिश रच रहे हैं।” उन्होंने कहा कि शुक्रवार को हुई बैठक में खुलासा हुआ कि BLO की भारी कमी है और आधे से अधिक क्षेत्रों में वे पहुँचे ही नहीं। कई जगहों पर SIR फॉर्म उपलब्ध नहीं हैं और न ही BLO को उचित प्रशिक्षण दिया गया है।
उन्होंने सवाल उठाया—“SIR फॉर्म में ऐसी जानकारी मांगी जा रही है, जो 20–25 साल पहले की पारिवारिक जानकारी से जुड़ी है। कोई व्यक्ति अपनी शादी के दशक पुराने विवरण और मायके वालों की स्थिति कैसे ढूंढे? चुनाव आयोग का काम चुनाव कराना है, मतदाताओं को परेशान करना नहीं।”
मुख्य चुनाव अधिकारी पर निशाना साधते हुए सपा सांसद ने चेतावनी देते हुए कहा “अगर एक भी मतदाता का नाम जानबूझकर काटा गया या डाटा अपलोड में साजिश की गई, तो संबंधित अधिकारियों की खैर नहीं। मेरे खिलाफ मुकदमा करना है तो कर लें, लेकिन लोकतंत्र से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा।”
राजीव राय ने दोबारा सवाल खड़ा किया कि “जिले के 17 लाख मतदाताओं में से केवल 1 लाख ऑनलाइन है, तो 12 दिन में बाकी 16 लाख फॉर्म कैसे अपलोड होंगे?” उन्होंने आरोप लगाया कि मतदाताओं के अधिकार पर "बुलडोज़र चलाने" की कोशिश हो रही है, जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।