कड़ाके की ठंड और धुंध के बीच मौसम से जुड़ी एक चिंताजनक खबर सामने आई है। मऊ में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। शहर का AQI 322 दर्ज किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है।
Cold Weather: दिसंबर के अंतिम सप्ताह में पहुंचते-पहुंचते पूर्वांचल में शीतलहर का असर और भी तेज हो गया है। सुबह-शाम घना कोहरा छाया रहता है, जबकि दिन में भी सूरज धुंध की मोटी परत को चीरकर निकल नहीं पा रहा। तेज धूप न पड़ने की वजह से ठिठुरन लगातार बढ़ रही है और लोग अलाव तथा गर्म कपड़ों का सहारा लेते दिखाई दे रहे हैं।
इसी कड़ाके की ठंड और धुंध के बीच मौसम से जुड़ी एक चिंताजनक खबर सामने आई है। मऊ में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। शहर का AQI 322 दर्ज किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। इसका मतलब है कि हवा में प्रदूषण कणों की मात्रा सामान्य से कई गुना अधिक है और यह स्तर दमा, सांस, दिल और बुजुर्ग मरीजों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक धुंध और ठंड से राहत की उम्मीद कम है। उत्तर-पश्चिम से ठंडी हवाएं जारी रहने की वजह से रात का तापमान और नीचे जा सकता है। विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि:
ज्यादा समय बाहर न रहें
सुबह-शाम की ठंडी हवा से बचें
सांस के मरीज मास्क पहनकर निकलें
घरों में गर्माहट बनाए रखें
बच्चों और बुजुर्गों की विशेष देखभाल करें
कुल मिलाकर, शीतलहर और बढ़ते प्रदूषण का डबल अटैक आम जनजीवन पर असर डाल रहा है, और प्रशासन ने भी एहतियात बरतने की सलाह दी है।