शहर में एक दर्जन टॉयलेट व शौचालय ऐसे थे जिनकी पिछले छह माह से नहीं की गई सफाई, अब सफाई में फायर बिग्रेड के साथ कर्मचारी भी जुटे
मुरैना. शहर में नगर निगम द्वारा बनाए गए एक दर्जन से अधिक ऐसे टॉयलेट हैं जिनकी छह महीने से सफाई नहीं हुई थी। टॉयलेट के अंदर व बाहर गंदगी पसरी हुई है। लोग खुले में टॉयलेट करने को मजबूर थे। पत्रिका ने 12 सितंबर को ‘छह माह से गंदगी से भरे टॉयलेट से फैल रही सार्वजनिक स्थलों पर दुर्गंध’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। उसको नगर निगम ने गंभीरता से लिया है और सफाई शुरू कर दी है।
नगर निगम ने छह महीने पूर्व भी फायर बिग्रेड से सफाई करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी लेकिन कुछ दिन बाद सफाई अभियान बंद हो गया था। तब से टॉयलेट व शौचालयों में गंदगी पसर रही थी। जीवाजी गंज पार्क में बने शौचालय व टॉयलेट, रामजानकी मंदिर टाउन हॉल के बाहर, पुराना बस स्टैंड सहित अन्य टॉयलेट में गंदगी पसर रही थी। पत्रिका ने इस समस्या को उठाया तो नगर निगम ने गंभीरता दिखाते हुए शनिवार से ही फायर बिग्रेड व स्टाफ ने सफाई शुरू कर दी है। मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी आर के शर्मा ने बताया कि शनिवार को स्टाफ वीआईपी कार्यक्रम में रहा। सोमवार से सफाई अभियान को और गति प्रदान की जाएगी।
यहां बने हैं टॉयलेट व शौचालय
जीवाजी गंज पार्क में बने शौचालय व टॉयलेट, रामजानकी मंदिर टाउन हॉल के बाहर जीवाजी गंज, बैरियर बस स्टैंड के आसपास, जौरा रोड, बीच बाजार में मारकंडेश्वर मंदिर, छोटी बजरिया, सिकरवारी बाजार, पुराना बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन रोड, मारकंडेश्वर बाजार, मुरैना टॉकीज के पास, रुई की मंडी सहित अन्य स्थानों पर बने टॉयलेट की पिछले छह माह से सफाई नहीं की गई है, जिससे राहगीर व रहवासी दुर्गंध से परेशान हैं।
शहर में बैरियर से लेकर महादेव नाका तक कहीं भी महिला प्रसाधन का निर्माण नहीं कराया गया है। खासकर शहर के सिकरवारी बाजार, छोटी बजरिया, मारकंडेश्वर बाजार, सदर बाजार, चूड़ी बाजार, महादेव नाका, झंडा चौक, पसारी बाजार, बिहारी पड़ाव, लोहिया बाजार में कहीं भी महिला प्रसाधन नहीं हैं। ग्रामीण अंचल से खरीदारी करने आने वाली महिलाओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।