डी आई जी ने एक- एक लाख के चेक से परिवारों को दी तात्कालिक सहायता, दो जवानों को मुरैना और दो का भिंड जिले में किया अंतिम संस्कार
मुरैना. एक्सीडेंट में मृत हुए पुलिस आरक्षकों के शव मुरैना आए। गुरुवार की सुबह पुलिस लाइन मुरैना में डीआईजी सुनील कुमार जैन सहित पुलिस परिवार के सदस्यों ने शवों पर पुष्पहार चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर मृत आरक्षकों के परिजन भी मौजूद थे, उनका रो रोकर बुरा हाल था। डीआईजी ने मृत आरक्षकों के परिजन को एक एक लाख के चेक देकर तत्कालिक सहायदा प्रदान की। आरक्षक विनोद शर्मा का जौार और प्रधान आरक्षक परिमाल सिंह तोमर का थरा नावली अंबाह और आरक्षक प्रदुम्न दीक्षित की फूफ एवं अनिल कौरव भिंड जिले के टंटोन गांव एंडोरी में अंतिम संस्कार किया गया। इससे पूर्व उनको सैनिक सम्मान दिया गया।
प्रधान आरक्षक परिमाल सिंह (53) पुत्र भगवान सिंह तोमर स्थायी निवासी ग्राम नदाकुर, जिला भिण्ड हाल निवासी थरा नावली पोरसा के रहने वाले थे। ये पुलिस विभाग में 16 सितंबर 1993 में भर्ती हुए थे। इनके तीन लडक़े व दो लड़कियां हैं। इनमें से दो लडक़े व दो लड़कियों की शादी हो चुकी है। सूचना मिलते ही लड़कियां भी ससुराल से नावली थरा गांव पहुंच चुकी हैं। पत्नी सर्वेश व परिजन की रो रोकर बुरा हाल है। उनका गुरुवार को थरा नावली गांव में अंतिम संस्कार किया गया, उसमें बड़ी संख्या में ग्र्रामीण शामिल हुए।
आरक्षक प्रद्युम्न दीक्षित (43) का उसके गृह ग्राम फूप, थाने के पीछे वार्ड नं. 10 जिला भिण्ड में अंतिम संस्कार किया गया। उनके मुरैना निवास पुलिस लाइन के क्वार्टर नं 09 पर भी मिलने वालों की भीड़ एकत्रित होती रही। वह 16 अक्टूर 2004 को भर्ती हुए थे। उनके पिता वल्लभ कुमार दीक्षित किसान हैं। पत्नी अनीता दीक्षित गृहणी हैं। इनका एक पुत्री रौनक (15) जो कक्षा दसवी और एक पुत्र ओम (11) 11 कक्षा आठवीं में अध्ययनरत है।
आरक्षक अनिल सिंह कौरव (41) का अंतिम संस्कार उनके गृह ग्राम टंटोन, पोस्ट शेरपुर, थाना एंडोरी, तहसील गोहद जिला भिण्ड में किया गया। उनके मुरैना निवास क्वार्टर नं. 91 ब्लॉक सी-08 सोलह बीघा नया ब्लॉक पुलिस लाइन मुरैना पर भी मिलने वालों की लाइन लगी रही। वह 29 मई 2006 को भर्ती हुए थे। उनके पिता रामअवतार सिंह कौरव किसान होकर गांव में ही रहते हैं। पत्नी जूली कौरव उनके साथ मुरैना रहती थी। उनका एक पुत्र आदित्य कौरव है जो अध्ययनरत है।
आरक्षक विनोद शर्मा (39) संजय नगर कॉलोनी जौरा, जिला-मरैना के निवासी थे इसलिए उनका अंतिम संस्कार जौरा में ही किया गया। वह पुलिस लाइन भिण्ड में पदस्थ थे, इनकी मूल पदस्थापना-29 वीं वाहिनी दतिया (डॉग हैण्डलर) के रूप में थीं। इनकी नियुक्ति 9 जुलाई 2007 की है। पिता शोभाराम शर्मा डेढ़ दशक पूर्व कैंसर से चल बसे। विनोद का बड़ा भाई मनोज शर्मा है जो शव को लेने सागर ग गया था, वह मुरैना से शव को जौरा लेकर गया। पत्नी ममता शर्मा गृहणी होकर भिंड में विनोद के साथ रहती थी। एक बेटा है पुलकित (12) जो कक्षा आठवीं में पढ़ता है।
आरक्षक राजीव चौहान (44) निवासी जोशी नगर वार्ड नं. 35 इटावा रोड, जिला-मिण्ड के रहने वाले हैं। वर्तमान में पदस्थापना 5वीं वाहिनी, मुरैना में हैं। इनकी नियुक्ति 24 जुलाई 2007 को हुई थी। इनको एक्सीडेंट के बाद दिल्ली रेफर किया है। इनके परिजन दिल्ली में उनके साथ हैं, उनकी हालत में अब सुधार है। इनके पिता राजवीर चौहान भी गांव में रहकर खेती करते हैं। पत्नी शुभी चौहान उनके साथ रहती है। दो पुत्र शौर्य चौहान (16) वैदिश चौहान (13) 13 अध्ययनरत हैं।