Maharashtra Riots : बुधवार को गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान अकोला के अकोट शहर के नंदीपेठ इलाके में अज्ञात लोगों ने पथराव किया। इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी और अन्य लोग घायल हो गए। इस मामले में 68 लोगों को हिरासत में लिया गया।
Nandurbar Violence : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने बचे हैं। ऐसे में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में सांप्रदायिक तनाव से जुड़ी घटनाएं बढ़ती दिख रही हैं। भिवंडी (ठाणे जिला), बुलढाणा, अकोला के बाद आज (19 सितंबर) नंदुरबार में हिंसा भड़क उठी। आदिवासी बहुल नंदुरबार में दो समुदायों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। बताया जा रहा है कि गुरुवार को एक धार्मिक जुलूस के बाद दो गुटों में विवाद हो गया। इसके बाद आगजनी और पथराव शुरू हो गया। समय रहते पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को नंदुरबार के मालीवाड़ी इलाके में ईद-ए-मिलाद के जुलूस के दौरान भारी उपद्रव हुआ। इस दौरान हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए। उपद्रवियों ने पथराव के बाद आगजनी भी की। इतना ही नहीं बेकाबू भीड़ ने सड़क पर खड़े वाहनों को भी निशाना बनाया और कुछ घरों को भी नुकसान पहुंचाया। हालात को संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पूरे शहर में पुलिस बल तैनात है और लगातार पुलिस की टीमें गश्त कर रही हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक श्रवण दत्त ने कहा, नंदुरबार शहर में ईद जुलूस के दौरान दो गुटों के बीच तनाव के बाद अब स्थिति नियंत्रण में है। दोषियों के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने नागरिकों से अफवाह न फैलाने और ऐसी किसी भी चीज पर भरोसा नहीं करने की अपील की है। जो कोई भी शांति भंग करने की कोशिश करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले मंगलवार को ठाणे जिले के भिवंडी शहर, बुलढाणा जिले के जलगाव जामोद और बुधवार शाम में अकोला के अकोट शहर में गणेश विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। बुधवार शाम चार बजे के करीब गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान अकोला के अकोट शहर के नंदीपेठ इलाके में अज्ञात लोगों ने पथराव किया। इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी और अन्य लोग घायल हो गए। इस मामले में 68 लोगों को हिरासत में लिया गया।